पूरे देश में स्नान, दान और ध्यान का पर्व माघी पूर्णिमा हर्षोल्लास पूर्वक परम्परा गत ढंग से मनाया गया। संगम नगरी में माघ मेले के पंचम स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर शनिवार को ‘हर हर गंगे' के उद्घोष के बीच लाखों लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
सुबह से ही बादल छाए रहने और मौसम ठंडा रहने के बावजूद शनिवार सुबह 10 बजे तक करीब 18 लाख 60 हजार लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया।
तड़के से ही श्रद्धालुओं का माघ मेला क्षेत्र में आना जारी रहा जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों की लंबाई 6800 फुट से बढ़ाकर 8000 फुट की गई और कुल 12 घाट बनाए गए।
इस स्नान के साथ ही लोग महीने भर का कल्पवास पूरा कर अपने अपने घरों को लौटने लगे हैं। स्नान एवं दान के पर्व पर लोगों ने शुभ मुहूर्त में गंगा लगाकर पुण्य अर्जित किया
स्नान के लिए श्रद्धालु सुबह से ही गंगा घाट पहुंपर भीड़ बढ़ती गई। गंगा घाट पर पहुंच लोगों ने पुण्य की डुबकी लगाकर दर्शन पूजन किया। हर तरफ हर-हर गंगे, जय मां गंगा के जयकारे ही सुनाई दिए।