तुलसी का पौधा लगभग हर घर में मौजूद होता है। धार्मिक मान्यताओं के साथ आयुर्वेद में इसे औषधी माना जाता है। इसमें विटामिन, कैल्शियम, आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम, मौसमी बीमारियों से बचाव रहता है। इससे तैयार काढ़ा व चाय पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होने में मदद मिलती है। खासतौर पर कोरोना से बचने के लिए इसके सेवन करना फायदेमंद है। मगर क्या आप जानते हैं कि इसका जरूरत से ज्यादा सेवन करने से शरीर को फायदे की जगह नुकसान हो सकता है? जी हां, अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन करने से शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक
तुलसी में मौजूद यूजेनॉल नामक तत्व पीरियड्स की परेशानी दूर करने में मदद करता है। ऐसे में प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से पीरियड्स आ सकते हैं। साथ ही गर्भाशय सिकुड़ सकता है। ऐसे में बच्चे के जन्म के समय परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपको डायरिया व पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती है।
डायबिटीज
अक्सर लोग तुलसी की चाय पीना पसंद करते हैं। मगर डायबिटीज के मरीजों द्वारा इसका सेवन करना फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने के बराबर है। असल में, डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए बहुत से लोग दवाई का सेवन करते हैं। ऐसे में दवा के साथ तुलसी को खाने से शुगर लेवल कम होने का खतरा रहता है। ऐसे में इनका साथ सेवन करने से बचें।
खून पतला होना
इसमें मौजूद तत्व शरीर में खून की कमी पूरी करने में मदद करते हैं। मगर इसका अधिक सेवन करने से खून के पतला होने की शिकायत हो सकती है। ऐसे में यह सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करेगी।
जलन की शिकायत
पोषक तत्वों से भरपूर तुलसी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में जरूरत से ज्यादा इसे खाने पेट में जलन, एसिडिटी, दर्द आदि की समस्या हो सकती है।
दांतों को नुकसान
इसके पत्तों को चबाने की जगह सीधा निगला जाता है। असल में, इसके पत्तों पर लगा पारा दांतों को खराब करने का काम करता है।