समय के साथ-साथ जीनवशैली बदलती है। आज सोशल मीडिया लोगों के जीनव का प्रमुख हिस्सा बना हुआ है। दरअसल, किसी चीज का अच्छा और बुरा होना उसके इस्तेमाल पर निर्भर करता है। कई शोधों से पता चला है कि सोशल मीडिया का रिश्तों पर सकारात्मक के मुकाबने नकारात्मक प्रभाव ज्यादा पड़ता है। आज इसके बुरे असर और इससे बचने के उपायों के बारे में बता रहे हैं...
सोशल मीडिया की लत
किसी भी चीज का अत्यधिक इस्तेमाल करने से उसकी लत लगने लगती है। सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी यह बात पूरी तरह से लागू होती है। यह एक ऐसा माध्यम है, जिसमें लोगों की जिज्ञासा ‘आगे क्या...’ में रहती है, नतीजन लोग लंबे समय इस पर बने रहते हैं। धीरे-धीरे उन्हें इसकी लत लग जाती है जो बाद में गंभीर रूप ले लेती है।
रिश्तों की गुणवत्ता पर असर
‘भावनाओं और रिश्तों पर सोशल मीडिया के प्रभाव’ विषय पर हुए एक शोध में सामने आया है कि जो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त बिताते हैं, उनके रिश्तों की गुणवत्ता में कमी देखी गई है। इनमें के ज्यादातर लोग रिश्तों को गंभीरता से नहीं लेते, जिसके बाद में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ऐसे लोगों में भावनात्मक डिसऑर्डर होने के ज्यादा चांस होते हैं।
ऐसे बनाएं बैलेंस
• सोशल मीडिया के इस्तेमाल की सीमा निर्धारित करें
• हर एक्टीविटी शेयर करने की आदत बदलें।
• खुद की तुलना दूसरों सेन करें।
• सप्ताह में एक दिन सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूर रहें।