केटोन मोनोएस्टर ड्रिंक्स अपनी लो कार्बोहाइड्रेट्स प्रॉपर्टी के कारण कीटोजेनिक डायट की तरह ही तेजी से लोकप्रिय हो गई हैं। कीटोजेनिक डायट और केटोन मोनोएस्टर ड्रिंक्स खासतौर पर डायबीटीज के लोगों के लिए मददगार हैं। ऐसा हाल ही हुई एक स्टडी में साबित हुआ है। हालांकि डायट कॉन्शस लोग अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए लंबे समय से कीटोजेनिक डायट और लो कार्ब्स ड्रिंक्स का उपयोग कर रहे हैं।
यूबीसी ओकेगन द्वारा की गई स्टडी में सामने आया है कि जो लोग मधुमेह के मरीज हैं, उन्हें केटोन मोनोएस्टर ड्रिंक्स से खास फायदा हो सकता है। यूबीसी ओकेगन के असोसिएट प्रोफेसर और इस शोध की लीड ऑर्थर जोनाथन लिटले के अनुसार, केटोन सप्लिमेंट्स बीमारी को कम करने में सीधेतौर पर रिजल्ट भले ही ना दें। लेकिन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के काम में ये एक टूल की तरह रोल प्ले करती हैं।
केटोन्स एक तरह के मोलेक्यूल्स होते हैं, जो फैटी एसिड का यूज करके लिवर द्वारा तब प्रड्यूस किए जाते हैं, जब किसी व्यक्ति ने कम खाना खाया हो, कम कार्बोहाइड्रेट का भोजन किया हो, लंबे वक्त तक भूख बर्दाश्त की हो या बहुत अधिक एक्सर्साइज की हो। शोध के दौरान कीटोजेनिक डायट ना लेनेवाले शुगर के ऐसे 15 मरीजो को केटोन ड्रिंक्स दी गई, जिन्होंने रातभर फास्टिंग की थी। यह ड्रिंक ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स द्वारा मेडिकल एस्टर को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई थी। शोध में शामिल किए गए ज्यादातर लोगों का ब्लड शुगर नॉर्मल से ज्यादा था।
ड्रिंक पीने के 30 मिनट बाद ब्लड सैंपल लेने से पहले शोध में शामिल लोगों को हाई शुगर ड्रिंक पीने के लिए दी गई। इसके बाद हुए टेस्ट में सामने आया कि केटोन ड्रिंक पीने के बाद ये लोग अपने ब्लड शुगर को मेंटेन करने में सक्षम थे। इतना ही नहीं इस दौरान इनके इंसुलिन में कोई बदलाव नहीं हुआ था। शोध और परीक्षण में सामने आए रिजल्ट्स से शोधकर्ता भविष्य में बहुत सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
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