हर मां- बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे को हेल्दी न्यूट्रिशन मिले ताकी उसका विकास ठीक तरीके से हो सके। लेकिन कई बार हम अंजाने में उन्हें ऐसी चीजें दे देते हैं जो उनकी सेहत के लिए सही नहीं होती है। इनमें से एक है कॉफी जो बच्चों की हेल्थ के लिए काफी ख़राब मानी जाती है। दूध की तुलना में कॉफी ज्यादा स्ट्रॉन्ग होता है, इसलिए सलाह दी जाती है कि इसे बच्चों से दूर रखें। अगर आपका भी बच्चा अधिक कॉफी पीता है तो ये इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें।
पहले जान लें कॉफी से होने वाले नुक्सान
दरअसल कॉफी में एक खास तत्व होता है, जिसे 'कैफीन' के नाम से जाना जाता है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन करता है, तो उसे अनिद्रा , पेट की गड़बड़ी, सिर दर्द, एकाग्रता में कमी और दिल की धड़कन बढ़ने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। यही नहीं, कॉफी में डाले जाने वाले दूध, क्रीम और चीनी का भी बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए कम उम्र के बच्चों के लिए कॉफी ना पीने की सलाह दी जाती है।
बच्चे को कॉफी देने की सही उम्र
-डॉक्टर्स के अनुसार, 8 साल के बाद बच्चों को एक कप लाइट कॉफी दे सकते हैं।
-इस दौरान बच्चे के न्यूट्रिशन का ध्यान रखना होगा। जरूरत से ज्यादा कॉफी पीना खतरनाक भी हो सकता है।
-अगर बच्चा कॉफी पीने की जिद्द नहीं करता है, तो आप उसे 16 साल की उम्र के बाद ही इसे पीने की सलाह दें।
-बच्चों को कॉफी रात में जागने के लिए ना दें।
- रात के वक्त कॉफी देने से उनकी नींद खराब हो सकती है और उन्हें रात में जागने की बुरी आदत लग सकती है।
बच्चों को दें नैचुरल चीजें
यदि बच्चा कॉफी नहीं भी पीता है, तो अन्य ड्रिंक्स जैसे- सोडा, कोल्ड ड्रिंक, फिजी ड्रिंक्स, आइस टी, फ्लेवर्ड फ्रूट ड्रिंक्स आदि पी रहा है तो इनमें भी कैफीन होता है। यहां तक कि बच्चों की पसंदीदा चॉकलेट शेक्स और चॉकलेट मिल्क में भी अच्छी मात्रा में कैफीन होता है। इसलिए कोशिश करें कि छोटे बच्चों को सिर्फ दूध और नैचुरल चीजें ही खिलाएं।