बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर है। एक बार फिर कंगना सुर्खियों में बनी हुई हैं। हाल ही में कंगना ने रंगभेद-नस्लवाद के मुद्दे पर बॉलीवुड पर जमकर निशाना साधा है। कंगना ने कहा है कि फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करने वाले भारतीय अश्वेत के खिलाफ हिंसा पर बोल रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जो पालघर में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दो साधुओं के मामले पर चुप्पी साधे हुए थे।
कंगना ने कहा, "मुझे लगता है कि बैंडवैगन का किसी भी तरह से एक हिस्सा बनना फैंसी हो गया है, जो पश्चिम के लिए प्रासंगिक है। लेकिन जब आप एशियाई हस्तियों और अभिनेताओं को देखेंगे तो पता चलेगा कि वे देश के इस हिस्से में कितने प्रभावशाली हैं। मुझे नहीं समझ आ रहा है कि वे अमेरिका के सामाजिक-राजनीतिक सुधार में कैसे हिस्सा ले रहे हैं। कुछ ही सप्ताह पहले दो संतों को एक भीड़ ने खुलेआम मार दिया था। दुर्भाग्य से पुलिस ने उन्हें खून की प्यासी भीड़ को सौंप दिया। किसी ने भी एक शब्द नहीं कहा था।"
इतना ही नहीं कंगना ने सेलिब्रिटीज पर निशाना साधते हुए कहा, ''भारतीय सेलिब्रिटी सभी तरह के फेयरनेस प्रॉडक्ट्स का विज्ञापन करते रहे हैं और आज बेशर्मी से खड़े होकर कह रहे हैं कि 'ब्लैक लाइव्स मैटर'। मेरा मतलब है कि उनकी हिम्मत कितनी है? हमारी इंडस्ट्री काले रंग के लोगों को ऐसे रोल नहीं देती जो उनके हिसाब से गोरे रंग वाले के लिए है। क्यों कोई उनसे यह नहीं पूछता कि कैसे फेयरनेस प्रॉडक्ट्स का करोड़ों में विज्ञापन करते हैं और फिर अब अचानक कह रहे हैं कि ब्लैक लाइव्स मैटर, क्योंकि नस्लवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और जब आप ऐसी घटनाओं का व्यावसायिकरण कर देते हैं तो यह यह मानवता का निम्नतम स्तर है।''
बता दें ये मामला अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस क्रूरता से हुई मौत का है। इस मुद्दे पर बॉलीवुड सलेब्रिटीज भी अपनी राय रख रहे हैं। फिल्म उद्योग से जुड़े लोग #BlackLivesMatter और #BlackoutTuesday के जरिए अपना समर्थन जता रहे हैं।