नारी डेस्क: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की वाराणसी यात्रा को लेकर खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा पिछले छह महीनों में तीन बार वाराणसी आई थी। अब उसकी इन यात्राओं की एनआईए (NIA), आईबी (IB) और अन्य खुफिया एजेंसियां गंभीरता से जांच कर रही हैं।
वाराणसी के प्रमुख स्थलों पर बनाए वीडियो
जांच में सामने आया है कि ज्योति ने अपनी यात्राओं के दौरान वाराणसी के संवेदनशील और प्रमुख स्थानों जैसे
काशी विश्वनाथ धाम
गंगा घाट
गोदौलिया चौक
लक्ष्मी चाय की दुकान
वंदे भारत ट्रेन स्टेशन
पर वीडियो शूट किए। इन सभी वीडियो को उसने अपने यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम पर अपलोड किया। एक वीडियो में वह नाव पर अन्य युवतियों के साथ भी नजर आई है। इतना ही नहीं, पांच महीने पहले उसने दिल्ली से अयोध्या-वाराणसी बस यात्रा का वीडियो भी पोस्ट किया था।
सुरक्षा एजेंसियों की आशंका
खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि इन वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से ज्योति ने पाकिस्तान को संवेदनशील और रणनीतिक जानकारियां भेजी होंगी। अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि ज्योति वाराणसी में कहां रुकी, किससे मिली और इन वीडियो का असली मकसद क्या था?
वाराणसी की सुरक्षा पहले से हाई अलर्ट पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने और काशी विश्वनाथ जैसे धार्मिक और रणनीतिक महत्व के स्थलों की मौजूदगी के कारण वाराणसी पहले से ही हाई अलर्ट जोन में है। ऐसे में ज्योति जैसी संदिग्ध गतिविधियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
यूट्यूब चैनल पर वीडियो की भरमार
ज्योति के चैनल ‘Travel With Jo’ पर वाराणसी के अलावा प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों की वीडियो भी मौजूद हैं। वह प्रयागराज कुंभ में भी दिखाई दी थी, जहां उसने संगम स्नान का वीडियो बनाया। अयोध्या में राम मंदिर और एयरपोर्ट तक की रिकॉर्डिंग, तथा मथुरा-वृंदावन की कई यात्राएं उसके कंटेंट में शामिल हैं।
सोशल मीडिया और संपर्कों की निगरानी जारी
फिलहाल खुफिया एजेंसियां उसके सोशल मीडिया अकाउंट, मोबाइल लोकेशन, और संपर्क सूत्रों की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। एजेंसियों का कहना है कि ज्योति का मामला सिर्फ एक यूट्यूबर का घूमना नहीं, बल्कि सुनियोजित खुफिया नेटवर्क का हिस्सा भी हो सकता है।
ज्योति मल्होत्रा प्रकरण ने न सिर्फ खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, बल्कि सोशल मीडिया पर सक्रिय संदिग्ध तत्वों की मौजूदगी को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। आने वाले दिनों में इस मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं।