कर्नाटक कांग्रेस विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने हाल में ही महिलाओं को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिसे सुनकर हर किसी की आंखें शर्म से झुक गई। बीते गुरुवार को विधानसभा में कुमार ने कहा कि अगर रेप रोक ना सको तो लेट जाओ और इसके मजे लो... कुमार के इस बयान पर कोई एक्शन लेने की बजाय विधानसभा में मौजूद लोग हंस पड़े लेकि अब नेता के इस बयान पर हर कोई उन्हें खरी-खोटी सुना रहा है।
कुमार की रेप पर दिए इस बयान पर जया बच्चन ने कहा, ''शर्मनाक हरकत, शर्मनाक हरकत। पार्टी को उनसे निपटना चाहिए और बहुत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह दूसरों के लिए एक उदाहरण हो कि वे इस तरह की बातें न सोचें, सदन में इसके बारे में बात करना भूल जाएं। आगे जया बच्चन ने कहा, मानसिकता को बदलना होगा...मैं सोचती हूं जिन्होंने इस तरह की बात की है उनके घर में मां, बहन, पत्नी और बेटियां क्या सोचती होगी। हमें उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देकर एक मिसाल कायम करनी होगी ताकि कोई कभी इस तरह बोलने की हिम्मत न करे। यह घृणित है, मैं स्तब्ध हूं।
वही, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ''विधानसभा जो महिला को संरक्षित करने का संकल्प लेती है, उस धरा पर कांग्रेस नेता ने जो बयान दिया है वो शर्मनाक है। कांग्रेस का वो नेतृत्व जो उत्तर प्रदेश में कहता है 'मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं'। तो पहले कांग्रेस इस नेता को अपनी पार्टी से निष्काषित करें। यही नहीं, दिल्ली के एक NGO ने रमेश कुमार के खिलाफ कर्नाटक के गवर्नर के पास शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने MLA के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और MLA के तौर पर उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग की है।
रमेश कुमार इस विवादित टिप्पणी पर अब बुरी तरह घिर गए हैं। उनकी ही पार्टी की महिला विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला बल्कि देश भर से उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है। विवाद बढ़ता देख अब रमेश कुमार ने माफी मांग ली। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'विधानसभा में रेप पर दिए गए अपने बयान पर मैं माफी मांगता हूं। ऐसे गंभीर अपराध का जिक्र मजे के तौर पर करने का मेरा इरादा नहीं था। आगे से अपने शब्दों का चुनाव करते समय मैं सावधानी रखूंगा।
बता दें कि यह पहली बार नहीं हुआ इससे पहले गृह राज्य मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने रेप को लेकर विवादित बयान दिया था। मैसूर के चामुंडी हिल्स इलाके में अगस्त में हुए रेप केस ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया था। इसपर गृह राज्य मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बयान दिया था कि महिला और उसके पुरुष मित्र को अकेले सुनसान जगह नहीं जाना चाहिए था। उस वक्त भी उनके बयान की कड़ी आलोचना हुई थी, जिसके बाद उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया था।