बॉलीवुड के फेमस गीतकार जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। जावेद के जाँ निसार अख्तर हिंदी सिनेमा के फेमस गीतकार थे और उनकी मां सैफिया अख्तर उर्दु लेखिका तथा शिक्षिका थीं लेकिन जावेद बहुत छोटे थे जब उनकी मां का देहांत हो गया था, उसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली। ऐसा नहीं की जावेद को सब आसानी से मिल गया। जावेद अपने जमाने के प्रसिद्ध कवि मजाज़ के भांजे और प्रसिद्ध शायर मुज़्तर ख़ैराबादी के पोते भी थे पर इतना सब होने के बावजूद जावेद का बचपन विस्थापितों सा बीता। छोटी उम्र में ही माँ का आंचल सर से उठ गया और लखनऊ में कुछ समय अपने नाना-नानी के घर बिताने के बाद उन्हें अलीगढ़ अपने खाला के घर भेज दिया गया, जहाँ के स्कूल में उनकी शुरूआती पढ़ाई हुई।
इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए उन्होंने काफी स्ट्रगल किया। जब वह मुंबई आए थे तो उनके पास खाने के पैसे तक नहीं थे। उस समय वह कमाल अमरोही के स्टूडियो में रहे थे और धीरे-धीरे उन्होंने अपनी जगह बनानी शुरू कर दी। फिल्म 'सरहदी लुटेरा' की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात सलीम खान से हुई। सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने इंडस्ट्री को शोले, बारात और दीवार जैसी कई दमदार कहानियां दी हैं। इस जोड़ी ने ऐसा तहलका मचाया कि दोनों ने मिलकर 24 फिल्में लिखीं थी जिसमें 20 फिल्मों ने पर्दे पर धूम मचा दी थी लेकिन 1982 में कुछ निजी कारणों के चलते यह जोड़ी अलग हो गई।
बचपन से ही जबरदस्त लेखनी रखने वाले जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके लव लेटर लिखने की बड़ी डिमांड थी। स्कूल के समय लोग उनसे लव लेटर लिखवाने आया करते थे। वह उन लोगों के लिए भी लव लेटर लिखते थे जिन्हें वो जानते तक नहीं थे। जावेद अख्तर ने अपने से 10 साल छोटी हनी ईरानी से शादी की थी और फिल्म सीता और गीता के दौरान जावेद से उनकी मुलाकात हुई थी और इस फिल्म हिट होने की शर्त जीतकर जावेद ने हनी से शादी की थी। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे और जावेद को उन दिनों अच्छा काम भी मिल रहा था। जल्द ही हनी ने बेटी जोया और बेटे फरहान को जन्म दिया लेकिन जावेद की जिंदगी में किसी और ने भी आना था। जी हां, वो कोई और नहीं बल्कि उनकी दूसरी पत्नी व एक्ट्रेस शबाना आजमी थी।
1970 में जावेद अख्तर संगीत की शिक्षा लेने कैफी आजमी के यहां जाते थे और वहीं उनकी कैफी की बेटी और फेमस एक्ट्रेस शबाना आजमी से मुलाकात हुई। दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगीं और जब इस बात की खबर उनकी पत्नी को लगी तो रोज झगड़े होने लगे। हनी ईरानी, जावेद अख्तर को नहीं छोड़ना चाहती थी लेकिन हर रोज घर में झगड़े होते देख हनी ने जावेद अख्तर को शबाना आज़मी के पास जाने की इजाजत दे दी औऱ कहा था कि वह शबाना के पास जाएं और बच्चों की चिंता ना करें। हालांकि लंबे समय तक उन्होंने तलाक तो नहीं लिया और ना ही बच्चों को यह बात बताई थी लेकिन 6 साल के अफेयर के बाद शबाना से निकाह करने के लिए जावेद ने पहली पत्नी से तलाक लिया लेकिन शबाना के पिता कैफी इस शादी के लिए राजी नहीं थे क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी बेटी की वजह से जावेद-हनी का रिश्ता टूट गया और वह कतई नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी एक शादीशुदा शख्स से शादी करें। शबाना आज़मी ने अपने पिता को यकीन दिलाया कि जावेद अख्तर की शादी उनकी वजह से नहीं टूटी है। बाद में बेटी के फैसले पर पिता ने भी इजाजत दे दी थी।
हनी अपने बच्चों को मिलती रहती हैं। हनी ने एक इंटरव्यू कहा था कि वे और शबाना एक दूसरे की बहुत इज्जत करती हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि वे सहेलियां हैं। वहीं शबाना ने दोनों बच्चों को मां का प्यार दिया और कभी उन्हें सौतलेपन का अहसास नहीं होने दिया। शबाना आजमी खुद मां भी नहीं बनीं। हालांकि जावेद से शादी से पहले शबाना आज़मी का नाम फिल्म मेकर शेखर कपूर के साथ जुड़ा था कहा जाता है कि दोनों का 7 साल लंबा रिलेशनशिप था लेकिन बाद में वह टूट गया।