जन्माष्टमी का पावन त्योहार आने वाला है। ये दिन लड्डू गोपल के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस बार ये त्योहार 6 और 7 सितंबर को है। बहुत से लोग इस शुभ दिन पर श्रीकृष्ण के बाल गोपाल स्वरूप की मूर्ति की घर के मंदिर में स्थापना करते हैं। उनकी ड्रेस, भोग, झुले आदि का ध्यान रखते हैं। इस दिन खासतौर पर उन्हें झुले पर बिठाकर झुला झुलाया जाता है। ऐसे में लोग उनके झुले को अलग और विशेष रूप से सजाते हैं। साथ ही लोग भगवान जी को खुश करने और उनकी कृपा पाने के लिए उनका अच्छे से ख्याल रखते हैं। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी वास्तु शास्त्र के उपाय बताते हैं, जिसे विशेषतौर पर जन्माष्टमी के दिन करके आप भगवान श्रीकृष्ण की असीम कृपा पा सकते हैं।
घर में खुशहाली के लिए ऐसे रखें लड्डू गोपाल की मूर्ति
- घर के मंदिर में बालरूप में कृष्णा जी की मूर्ति रखना बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि कान्हा जी की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए।
- श्रीकृष्ण और देवी राधा की जुगल-जोड़ी की खड़ी मूद्रा में मूर्ति या तस्वीर रखने से परिवार के सदस्यों में प्यार बढ़ता है। अगर किसी प्रकार का मनमुटाव चल रहा हो तो वह दूर हो घर पर खुशियों का आगमन होता है।
- संतान प्राप्ति के इच्छुक भक्तों को कृष्णा जी के बाल गोपाल रूप की मूर्ति को या तस्वीर को बेडरूम के पूर्व-पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है।
- वासुदेव द्वारा भगवान श्रीकृष्ण को टोकरी में रख कर नदी पार करने वाले चित्र या तस्वीर को घर में लगाना शुभ होता है। इससे घर-परिवार में चल रही परेशानियां दूर होती है।
- लड्डू गोपाल के रूप में भगवान कृष्ण को घर पर रखना और उनका अपने बच्चे की तरह ध्यान रखने से घर का वातावरण खुशनुमा रहता है।
ये उपाय भी आएंगे काम
खुले रखें मंदिर के द्वार
जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर अपने घर के मंदिर के दरवाजे खुले रखें। साथ ही रात के समय वहां पर दीये जलाकर अच्छे से रोशनी का प्रबंध करें।
चांदी की बांसुरी
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी को छोटी सी चांदी की बांसुरी चढ़ाएं। उसके बाद विधिवत पूजा करें और बाद में उस बांसुरी को अपने पर्स में संभाल कर रख लें। इससे आपके जीवन की चल रही परेशानियों का हल हो तरक्की के रास्ते खुलेंगे।
मोरपंख
मोरपंख श्रीकृष्ण को अति प्रिय होने से इसे अपने घर के मंदिर में या कान्हा जी को जरूर अर्पित करें। इसे घर पर रखने से घर-परिवार में खुशहाली भरा माहौल बनता है। कलह-क्लेश दूर हो घर में सुख-शांति व समृद्धि आती है।