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सुरों की मलिका आशा भोंसले हो चुकी हैं घरेलु हिंसा का शिकार, ससुराल वालों ने नहीं किया था कभी स्वीकार

  • Edited By palak,
  • Updated: 08 Sep, 2022 02:05 PM
सुरों की मलिका आशा भोंसले हो चुकी हैं घरेलु हिंसा का शिकार, ससुराल वालों ने नहीं किया था कभी स्वीकार

इंडस्ट्री की जानी मानी गायिका आशा भोंसले आज अपना 89वां जन्मदिन मना रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली आशा का जन्म 1933 में महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक मराठी परिवार में हुआ था। आशा के पिता दीनानाश मंगेशकर एक प्रसिद्ध गायक और नायक भी थे। पिता से ही आशा ने संगीत की शिक्षा ली थी। आशा ने बहुत ही छोटी उम्र में गाना गाना सिख लिया था। उन्होंने अपने करियर में 20 से भी ज्यादा भाषाओं में गाने गाए हुए हैं। इसके अलावा आशा ने एक्ट्रेस के रुप में भी सिनेमा में काम किया था। बहन लता मंगेशकर की तरह ही आशा ने कई सारी  फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज दी है। तो चलिए आपको बताते हैं आशा भोंसले की जिंदगी से जुड़े कुछ खास किस्से...

पर्सनल लाइफ में झेली कई सारी मुश्किलें

आशा ने भले ही अपनी आवाज से कई लोगों के दिलों में राज किया हो, लेकिन पर्सनल लाइफ में सुरों की मल्लिका को काफी परेशानियां झेलने पड़ी थी। 16 साल की कच्ची उम्र में ही आशा ने अपनी से भी ज्यादा उम्र के इंसान गणपतराव भोंसले से शादी की थी। गणपतराव भोसले का सारा परिवार आशा के खिलाफ था। उन्होंने कभी भी आशा को स्वीकार नहीं किया था। खबरों की मानें तो आशा के साथ ससुराल में मारपीट भी की जाती थी। इसके अलावा उन्हें एक दिन बच्चों के साथ घर से बाहर भी निकाल दिया गया था। जिसके बाद 1980 में आशा ने राहुल देव बर्मन से ब्याह रचाया था। आर डी बर्मन यानी की राहुल देव बर्मन भी आशा भोंसले से 6 साल छोटे थे।

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 कई सारे वर्ल्ड रिकॉर्ड्स पर लिखा अपना नाम 

आशा ने अपने गानों के जरिए कई सारी बुलंदियां हासिल की थी। अपने करियर को और भी अच्छा बनाने के लिए उन्होंने काफी परिश्रम भी किया था। सिर्फ 10 साल की उम्र में ही आशा भोंसले ने गाना गाना शुरु कर दिया था। खबरों की मानें तो उन्होंने 20 से भी ज्यादा भाषाओं के गाने गाए हैं। इसके अलावा आशा ने कम से कम 16 हजार गानों को अपनी आवाज भी दी है। सर्वाधिक एकल स्टूडियो रिकॉर्डिंग के लिए आशा का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। 

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इन भाषाओं में गा चुकी हैं गाना 

आशा अपने दौर में मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी, रुसी जैसी कई भाषाओं में गाने गा चुकी हैं। उनका पहला गाना साल 1948 में आया था। गाने का नाम सावन था और फिल्म चुनरिया के इस गाने के लिए आशा ने अपनी आवाज दी थी। गौरतलब है कि आशा का दुबई में एक रेस्टोरेंट भी है। रेस्टोरेंट कम से कम 20 साल पुराना है। वह एक अच्छी सिंगर, कुक और बिजनेसवुमेन भी हैं। आशा शास्त्रीय संगीत, गजल और पॉप संगीत में भी अपनी आवाज का जादू चला चुकी हैं।

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