नवजात के लिए मां का दूध अमृत होता है, जो उन्हें कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। डॉक्टर भी इसलिए शिशु को कम से कम 6 महीने तक दूध पीने की सलाह देते हैं। मगर, कुछ महिलाओं को समस्या होती है कि उनकी स्तनों में दूध नहीं बनता। ऐसे में परेशान ना क्योंकि आप अपनी रसोई की कुछ चीजों से ही इस समस्या का हल कर सकती हैं। आज हम आपको ऐसी ही कुछ घरेलू चीजों के बारे में बताएंगे, जो ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने में मदद करेगी।
सौंफ
मिश्री और सौंफ को मिलाकर खाने से स्तनों में दूध की मात्रा ठीक हो जाएगी। आप चाहें तो सौंफ का काढ़ा बनाकर भी पी सकती हैं। साथ ही इससे खांसी-जुकाम, बुखार, अनिंद्रा और पेट की समस्याएं भी दूर होगी।
तुलसी
विटामिन सी से भरपूर तुलसी का सेवन भी दूध की मात्रा बढ़ाने में कारगार है। आप इसे सूप या शहद के साथ खा सकती है। इसके अलावा तुलसी की चाय बनाकर पीने से भी फायदा होगा।
करेला
करेला लैक्टेशन को सही करता है, जिससे स्तनों में दूध बढ़ता है। मगर, ध्यान रखें कि करेला बनाते वक्त तेज मसाले ना डालें। इससे डाइजेशन में समस्या हो सकती है।
लहसुन
लहसुन खाने से भी दूध बनाने की क्षमता बढ़ती है। सब्जियों में लहसुन का इस्तेमाल करने के साथ आप इसे शहद के साथ भी खा सकती है। इससे आपकी इम्युनिटी भी बढ़ेगी।
जल्दी कराएं स्तनपान
प्रसव के बाद मां जितनी जल्दी शिशु को दूध पिलाना शुरू कर देगी उतना ही अच्छा होगा। आमतौर पर मां को 45 मिनट के अंदर स्तनपान शुरू करवा देना चाहिए।
बदलती रहें स्तन
ब्रेस्टफीड करवाते समय शिशु को दोनों स्तनों से दूध पिलाएं। ऐसा करने से स्तन खाली होते रहेंगे और ज्यादा दूध प्रोड्यूस होगा। 1 बार स्तनपान करवाते समय 2-3 बार स्तन जरूर बदलें।