जब भी पहाड़ों में घूमने फिरने की बात आती है तो सबसे पहाड़ी की रानी शिमला का नाम ही दिमाग में आता है। गर्मियों के अलावा ठंडी के मौसम में भी यहां घुमने का अपना अलग ही मजा होता है। सर्दी का खुशनुमा माहौल और बर्फ में ढके पहाड़ों में पार्टनर या दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड करने का अलग ही मजा ही है। लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसी खूबसूरत जगह पर भी डरावनी जगह है जहां पर कोई जाने की हिम्मत नहीं करता है। अगर आप शिमल घूमन रहे हैं तो इन जगहों पर जाने की गलती न करें...
शिमला का टनल- 33
शिमला की सबसे जगहों में एक ये है। सुरंग 33 को ब्रिटिश के समय में बनाया गया था। उस दौरान ब्रिटिश इंजीनियर के कैप्टन बरोग ने ये सुरंग बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन वो अपने काम में असऱल रहे, जिसके चलते उन्हें दंडित और अपमानित किया गया था। बरोग को ये शर्मिंदगी बर्दाश्त नहीं हुई और उन्हें आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों का मानना है कि कैप्टन बरोग की आत्मा अभी इस सुरंग में घूमती रहती है। ऐसा कहा जाता है कि कई बार लोगों को पटरी एक महिला चलती हुई भी दिखाई दी है और फिर वो एकदम से गायब हो जाती है।
शिमला का चार्लीविला
यहां की खूबसूरत वादियों में चार्लीविला हवेली मौजूद है। इसे भी ब्रिटिश काल के दौरान बनाया गया था, जिसमें ब्रिटिश अधिकारी वेक्टर बेली और उनकी पत्नी रहा करते थे। इससे पहले एक सेना अधिकारी का यहां घर था। दोनों के ही परिवार के लोगों ने यहां अजीबो गरीब घटना होने का जिक्र किया था। उनके अनुसार यहां एक ब्रिटिश इंसान दिखाई देता और एकदम से गायब हो जाता है। घर में अचानक चीजें टूट भी जाती हैं। अभी एक भारतीय ने इस घर को ख़रीदा हुआ है, जिसे एक नए ढंग से तैयार किया गया है।
शिमला का जीसस एंड मैरी कॉन्वेंट स्कूल
जीसस एंड मैरी कॉन्वेंट स्कूल होने के साथ-साथ कई भयानक कहानियों के लिए जाना जाता है। हालांकि, यहां की ज्यादातर बातें अफवाहें होती हैं। ऐसा कहा जाता है कि शुक्रवार के दिन जिस दिन 13 तारिख थी, उस दिन एक बिना सिर वाला घुड़सवार आया था, जो एक लड़की को गुलाब का फूल पकड़ाता है और मना करने पर उसे अपने साथ ले जाता है। वही ऐसा कहा जाता है कि इस स्कूल के प्लेग्राउंड पर पहले कब्रिस्तान था। इसके अलावा साल 2012 में यहां कक्षा 4 की एक लड़की को मृत पाया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि आज भी उस बच्चे की आत्मा यहां घूमती है।