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क्या आपका बच्चा भी पीसता है दांत? जानिए इसकी सही वजह

  • Edited By palak,
  • Updated: 01 Nov, 2023 01:55 PM
क्या आपका बच्चा भी पीसता है दांत? जानिए इसकी सही वजह

गुस्से में अक्सर बड़े लोग अपने दांत पीसने या भींचने लगते हैं। बड़े लोगों में यह बात बिल्कुल आम है लेकिन यह 3-4 साल की उम्र में बच्चा यही हरकत करे तो परेशानी का संकेत हो सकता है। अक्सर बच्चे अपने दांतों को पीसते हैं जो कि एक नॉर्मल ही बात है। समय के साथ कुछ बच्चों की यही आदत भी हो जाती है जिसके कारण बाद में पेरेंट्स के लिए यह समस्या परेशानी खड़ी कर सकती है। लेकिन बच्चे दांत पीसते क्यों है और उन्हें यह परेशानी क्यों होती है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं...

आखिर क्यों दांत पीसते हैं बच्चे? 

दांत पीसने की आदत को 'ब्रूक्सिमम' कहा जाता है यह आदत बच्चों में कॉमन है। आंकड़ों के अनुसार, करीबन 50% शिशु अपने दांतों को पीसते हैं। ज्यादातर शिशु 10 महीने की होने पर ऐसी हरकत करते हैं। इस उम्र तक शिशु के ऊपर और नीचे के दांत दिखने शुरु हो जाते हैं। इस दौरान शिशु के मुंह के अंदर भी कई सारे बदलाव आते हैं जिसे लेकर वह व्याकुल हो जाते हैं और अपने दांतों को पीसने लगते हैं।

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गंभीर समस्या का भी हो सकता है संकेत 

वैसे तो 10 महीने की उम्र में ही शिशु दांत पीसते हैं लेकिन इसके बाद उनमें यह समस्या क्यों होती है अभी तक इसका कोई मुख्य कारण पता नहीं चल पाया है। इसके कई कारण हो सकते हैं। कई बार बच्चे किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे स्लीप एप्निया के कारण भी अपने दांतों को पीसते हैं। ऐसी कंडीशन में बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है जिसके कारण मुंह की मांसपेशियां ऑक्सीजन लेने के लिए कंट्रोल लेना शुरु कर देती हैं। इसके कारण भी बच्चे अपने दांतों को पीसने लगते हैं। 

पेरेंट्स कैसे छुड़वाएं ये आदत  

लंबे समय तक बच्चे यदि अपने दांतों को पीसते हैं तो इस आदत के कारण उनके दांत भी खराब हो सकते हैं। ऐसे स्थिति में आप उन्हें डेंटिस्ट को जरुर दिखाएं। बच्चे की इस आदत का कारण शारीरिक या फिर मानसिक भी हो सकता है। दोनों ही स्थितियों में आप गर्म पानी के साथ बच्चे को नहलाकर इस समस्या पर कंट्रोल पा सकते हैं

. इसके अलावा कुछ देर के लिए बच्चे के म्यूजिक सुनाएं। 

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. रात को सोने से पहले कोई किताब पढ़कर सुनाएं। 

. इससे भी बच्चों का स्ट्रेस कम होगा।

प्रोफेशनल्स की मदद लें 

यदि बच्चे को इस आदत के कारण सोने में परेशानी होती है तो आप प्रोफेशनल मदद भी जरुर लें। चेकअप के बाद ही डेंटिस्ट बता सकते हैं कि बच्चे का किस तरह का ट्रीटमेंट किया जाएगा। डेंटिस्ट बच्चे को माउथगॉर्ड या फिर किसी अन्य ट्रीटमेंट भी दे सकते हैं। इस ट्रीटमेंट से बच्चों को प्रॉब्लमस से छुटकारा मिल सकता है।

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