
नारी डेस्क: इन दिनों आम इंसान सोने के नाम से ही डर रहा है, इसे खरीदना तो एक सपना ही रह गया है। भारत में सोना करीब सवा लाख पर पहुंच रहा है। सोने की कीमत मंगलवार को 1,20,900 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। जरा सोचिए अगर आज आप ₹1,00,000 का सोना खरीदते हैं, तो 2050 तक उसकी कीमत कितनी हो जाएगी? वैसे तो भविष्य में सोने की कीमत कई कारकों (मौद्रिक नीति, मुद्रास्फीति, वैश्विक आर्थिक हालात, सोने की मांग-आपूर्ति) पर निर्भर करती है। लेकिन हम एक अनुमान लगाने की कोशिश कर सकते हैं।

ऐतिहासिक रुझान
भारत में हाल के वर्षों में सोने की दर औसतन लगभग 13.5% प्रति वर्ष(CAGR) रही है। कुछ स्रोतों के अनुसार 10-25 वर्षों में सोने का वार्षिक औसत रिटर्न 10-12% के आसपास रहा है। यानी, अगर हम मध्यम दर मानें जैसे 10% से 15% वार्षिक वृद्धि दर, तो एक अनुमान निकालना संभव है। अगर आने वाले 25 सालों तक सोना औसतन 10 प्रतिशत की दर से बढ़ता रहा, तो 1,00,000 का सोना 2050 तक लगभग 11-12 लाख के आसपास हो सकता है. अगर वृद्धि दर 8% रही तो ये मूल्य करीब 7 लाख और अगर 12% रही तो 15 लाख से ऊपर पहुंच सकता है।

किन बातों का रखना है ध्यान
ये गणना मूल्य में वृद्धि (निरंकुश वृद्धि) पर आधारित है, इसमें जोड़ा गया कर, खर्च, बीमा, भंडारण आदि शामिल नहीं हैं। अगर सोना गहना है तो उसे बेचने पर “making charges” या कमीशन आदि काटे जा सकते हैं। कर-नियामक बदलाव, अंतरराष्ट्रीय मार्केट, मुद्रा दरों में परिवर्तन सब कीमत को प्रभावित करेंगे। यदि आप “सोना जमा-खाता”, सोने के बांड (Sovereign Gold Bonds) इत्यादि में निवेश करते हैं, वे अलग रिटर्न देंगे।