इन दिनों आवारा कुत्तों का कहर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। गली के कुत्ते किसी न किसी को काट देते हैं जिसके बाद इंजेक्शन लगवाना पड़ता है लेकिन इंजेक्शन लगवाने के बाद भी खतरा कम नहीं होता। अब एक ऐसी ही घटना महाराष्ट्र के कोल्हापुर से सामने आई है। जहां पर 21 साल की सृष्टि शिंदे नाम की लड़की की रेबीज का इलाज करवाने के बाद मौत हो गई है। सृष्टि को 1 महीने पहले एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था जिसके बाद उन्होंने रेबीज का टीका लगवाया और पूरा कोर्स किया। लेकिन कोर्स पूरा करने के तीन दिन बाद ही उसकी मौत हो गई।
पूरा किया कोर्स
सामने आई रिपोर्ट्स की मानें तो 3 फरवरी को कोल्हापूर कार्पोरेशन के पास भाऊसिंगजी रोड के बीच आवारा कुत्तों से सृष्टि के साथ-साथ 20 और लोगों को काटा था। सृष्टि ने रेबीज वैक्सीन के अलावा पांच खुराकें और भी ली लेकिन इसके बावजूद भी उनकी मौत हो गई।
एंटी रेबीज सीरम का दिया गया इंजेक्शन
सृष्टि एक ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर काम कर रही थी। उनके पिता इलेक्ट्रिशयन हैं। इस घटना को लेकर सीपीआर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि शुक्रवार 8 मार्च को सृष्टि को रेबीज के वैक्सीनेशन की आखिरी डोज दी गई थी, इसके साथ ही उन्हें एंटी-रेबीज सीरम इंजेक्शन भी दिया गया था। उनके परिवार ने बताया कि कुत्ते ने सृष्टि के बाएं पैर में काटा था इसके बाद 9 मार्च को उसे बुखार आ गया और उसके पैरों की ताकत ही खत्म हो गई। इसके बाद उसे पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद उसके कई टेस्ट हुए और उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया। वहीं जांच रिपोर्ट के दौरान पता चला कि उसे रेबीज हो गया है। इसके बाद उसे एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगाए गए और दवाईयां भी दी गई लेकिन रात को 2 बजे उनकी मौत हो गई।
रेबीज से बचने का इकलौता उपाय एंटी-रेबीज सीरम
आपको बता दें कि रेबीज से बचने के लिए एक मात्र उपाय वैक्सीनेशन ही है। हर रोज 10-15 आवारा कुत्तों को वैक्सीनेट भी किया जा रहा है। वहीं साल 2019 से अब तक लगभग 75000 से ज्यादा कुत्तों को वैक्सीनेट किया जा चुका है।