मार्गशीर्ष का महीना चल रहा है। इस मास की शुक्लपक्ष की एकादशी को 'गीता जयंती' का शुभ दिन मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन पर भगवान श्रीकृष्ण ने संसार को गीता का उपदेश दिया था। ऐसे में इसे गीता जयंती कहा जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर होकर खुशियों का आगमन होता है। तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में...
ऐसे करें कान्हा का अभिषेक
इस शुभ दिन पर भगवान श्री कृष्ण का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करें। इसके साथ ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जप करें। इससे जीवन की परेशानियां व बीमारियों से बचाव रहेगा। साथ ही घर में देवी लक्ष्मी का वास होगा। ऐसे में अन्न व धन से जुड़ी समस्या भी दूर होगी।
बनी रहेगी देवी लक्ष्मी की कृपा
आजकल के जमाने में हर दूसरा व्यक्ति पैसों से जुड़ी समस्या से परेशान है। ऐसे में गीता जयंती के दिन सुबह नहाकर श्रीकृष्ण के मंदिर मन जाकर भगवान को पीले फूलों से तैयार माला चढ़ाएं। इससे धन से जुड़ी समस्या जल्द ही खत्म होगी। साथ ही घर देवी लक्ष्मी का वास होगा।
पढ़े यह मंत्र
मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी की माला अर्पित करना शुभ होता है। माला चढ़ाने के बाद ‘ऊं क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि परमात्मने प्रणतः क्लेश्नाशय गोविदाय नमो नमः’ जाप करें। इससे पैसों की किल्लत दूर होगी। साथ ही कारोबार व व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलेंगे।
करें यह उपाय
ज्योतिष व वास्तुशास्त्र के अनुसार, गीता जयंती के दिन 2 केले के पौधे लगाएं। साथ ही इसकी अच्छे से देखभाल करें। पेड़ पर केले लग जाने पर उसे खुद खाने की जगह लोगों को बांटें। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा होने से घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी।
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