देर रात गुरुवार को पंजाब के मोगा में क्रैश हुए भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान में पायलट अभिनव चौधरी शहीद हो गए। बतां दें कि 17 महीनें पहले ही वह शादी के बंधन में बंधे थे। वह देश के लिए ही नहीं ब्लकि रियल लाइफ में भी असली हीरों थे। उन्होंने जब शादी की तो वह काफी सुर्खियों में रहे थे। दरअसल, उन्होंने ससुराल से दी जा रही नकद धनराशि सम्मानपूर्वक लौटाकर शगुन में सिर्फ एक रुपया लिया था। अभिनव शादी के दहेज के खिलाफ थे। उनका कहना था कि दो परिवारों को जाेड़ने के लिए दहेज का लेनदेन जरूरी नहीं है। वे मानते थे कि दहेज प्रथा पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए।
माता-पिता, बहन और पत्नी को अकेला छोड़ गए अभिनव-
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रहने वाले अभिनव चौधरी का परिवार सी-91 गंगासागर कॉलोनी में रहता है। उनके पिता सतेंद्र चौधरी किसान हैं। मां सत्य चौधरी गृहिणी हैं, जबकि एक छोटी बहन मुद्रिका चौधरी है। 25 दिसंबर 2019 को अभिनव की शादी मेरठ में ही हुई थी। अभिनव की पत्नी सोनिका उज्जवल ने फ्रांस में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई की है।
पठानकोट एयरबेस में तैनात थे पायलट अभिनव चौधरी-
अभिनव चौधरी इन दिनों पठानकोट एयरबेस में तैनात थे, और उन्होंने IIMC देहरादून में 12वीं की परीक्षा पास की थी। इसके बाद उनका सिलेक्शन NDA में हुआ। पुणे में तीन साल के बाद हैदराबाद के AFA में वायुसेना की ट्रेनिंग पूरी की।
हादसे का पहले हो गया था आभास, 4 घंटे की मशक्कत के बाद खेत से मिला शव-
विमान हादसे को लेकर SP हेडक्वार्टर गुरदीप सिंह ने बताया कि एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान पायलट अभिनव चौधरी ने मिग 21 से राजस्थान के सूरतगढ़ के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन यह मोगा में क्रैश हो गया। 4 घंटे की मशक्कत के बाद पायलट अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर खेत से मिला। अभिनव को विमान के क्रैश होने का अंदाजा हो गया था, इसलिए वे उड़ते विमान से कूद गए। लेकिन, पैराशूट नहीं खुला, जिससे गिरकर उनकी गर्दन टूट गई और वे शहीद हो गए।