आखिर वो दिन आ ही गया जिसका भारतवासियों को बेसब्री से इंतजार था। अयोध्या में राम मंदिर बन कर तैयार है। जिसमें आज के दिन यानी के 22 दिसंबर को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का खास कार्यक्रम होने जा रहा है। राम मंदिर के साथ-साथ देशभर में जगह-जगह पर राम रामलीलाएं, भागवत कथाएं, भजन संध्याएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे हैं। गुरुवार को राम लला की नई 51 इंच लंबी और 3 फीट चौड़ी मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था। राम लला की इस भव्य मूर्ति का निर्माण मैसूर के फेमस मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा हुआ है। तो चलिए, आपको बताते है अयोध्या में बने राम मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें।
- राम मंदिर नागर शैली में बनाया गया है। मंदिर का प्रवेश द्वार पूर्व दिशा में है जिसका निकास दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर की अधिरचना तीन मंजिला हुई है। जिसमें 32 सीढ़ियां चढ़कर श्रद्धालु मुख्य द्वार तक पहुंचेंगे। मंदिर में दिव्यांगजन एवं वृद्धों के लिए रैम्प व लिफ्ट की व्यवस्था की जाएगी।
- राम मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम तक) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट होगी। इस तीन मंजिला मंदिर की प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी। मंदिर में कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे।
- मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बाल रूप होगा। पहली मंजिल पर श्रीराम का दरबार सजाया जाएगा। वहीं मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप देखने को मिलेगा।
- मंदिर के चारों ओर आयताकार परकोटा यानी बड़ी-बड़ी दीवारें होंगी। इसकी कुल लंबाई 732 मीटर तथा चौड़ाई 14 फीट होगी। परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति व भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा तो वहीं दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा।
- राम मंदिर में कुल पांच मंडप होंगे नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप।
- मंदिर को धरती की नमी से बचाने के लिए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट से बनाई गई है। कुल 70 एकड़ का पूरा परिसर है। 70 फीसदी हिस्सा हरा-भरा होगा।
- मंदिर में एक दर्शनार्थी सुविधा केंद्र का निर्माण किया जा रहा है जिसकी क्षमता 25 हजार। जहां दर्शनार्थियों का सामान रखने के लिए लॉकर और चिकित्सा की सुविधा रहेगी।