घड़ी जो आपको लगभग हर घर में मिल जाएगी। समय देखने के लिए इसकी जरूरत पड़ती ही पड़ती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि घड़ी आपका समय अच्छा और बुरा दोनों ही कर सकती हैं ... नहीं तो अब जान लें क्योंकि घड़ी की दिशा, घड़ी का आकार अगर सही ना हो तो यह व्यक्ति के बनते काम बिगाड़ सकते हैं।
जी हां, वास्तुशास्त्र के अनुसार, घड़ी की अगर दिशा सहीं ना हो तो व्यक्ति कंगाल हो सकता है, बीमार हो सकता है। दक्षिण दिशा में घड़ी लगाई है तो उसे तुरंत हटा लें क्योंकि दक्षिण दिशा यमराज का स्थान माना जाता है इसलिए यह नैगेटिव एनर्जी लेकर आती है। इसे पश्चिम दिशा में भी ना लगाएं क्योंकि इससे पैसे की हानि होती रहेगी, परिवार में बीमारियों का वास होगा।
1. घड़ी लगाने की सही दिशा पूर्व या उत्तर दिशा है। इससे उन्नति के रास्ते खुलेंगे। सोच पॉजिटिव होगी। पूर्व दिशा को मां लक्ष्मी की दिशा माना जाता है। यहां घड़ी लगाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है।
2. घर में किसी दरवाजे के ऊपर घड़ी लगी हैं तो भी इसे तुरंत उतार दें। दरअसल घड़ी के नीचे से जो भी व्यक्ति गुजरता है उस पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। वह निराशा से घिरता है।
3. घर में रुकी घड़ी खराब घड़ी पड़ी है तो इसे हटा दें क्योंकि रुकी हुई घड़ी की सुईयां नकारात्मक ऊर्जा का संकेत देती है। बंद-टूटी घड़ियां गरीबी दरिद्रता लेकर आती है। जीवन में ठहराव आ जाता है। घड़ी के आस-पास जाले व धूल मिट्टी ना जमने दें। जाले भी दरिद्रता और पैसे की किल्लत लेकर आते हैं।
4. घड़ा का रंग भी वास्तु शास्त्र में बहुत मायने रखना है काले नीले और लाल रंग की घड़ी अशुभ मानी जाती है जबकि हल्के हरे, भूरे और पीले रंग की घड़ी शुभ मानी जाती है। आकार की बात करें तो ओवलशेप यानि अंडाकार घड़ी बहुत शुभ मानी जाती है आप चौरस और गोल आकार की घड़ी का चुनाव भी कर सकते हैं।
5. बहुत से लोग घड़ी के समय को आगे करके रखते हैं। लेकिन समय को आगे पीछे ना रखें। समय को सही समय से मिलाए। तकिए के नीचे बहुत सारे लोग रिस्ट वॉच या टाइम पीस लगाकर सोते हैं ऐसा करना भी गलत है घड़ी को तकिए के नीचे रख कर सोने से उस व्यक्ति पर नकारात्मकता का प्रभाव बढ़ता है।