मशहूर अदाकारा दिव्या दत्ता ने बॉलीवुड में अपनी एक एक अलग छवि बनाई है। वह इंडस्ट्री में हर किस्म के रोल प्ले करने के लिए जानी जाती हैं। उनका टैलेंट का ही करिश्मा है कि नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड भी अपने नाम कर चुकी हैं। आज हम दिव्या दत्ता से जुड़ा एक ऐसा किस्सा सुनाने जास रहे हैं जिसे याद कर अदाकारा आज भी कांप जाती हैं।
दिव्या दत्ता ने फन्ने खां, इरादा, ब्लैकमेल, बदलापुर, भाग मिल्खा भाग, स्पेशल 26, हीरोइन, दिल्ली 6, उमराव जान जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया हैं। एक बहतरीन बे एक्ट्रेस होने के साथ ही साथ दिव्या अपने बेबाक अंदाज के लिए भी मशहूर हैं, तभी तो उन्होंने खुद अपनी जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा सुनाकर सभी को झटका दे दिया था। एक समय ऐसा था जब उन्हें प्रोस्टीट्यूट्स ने घेर लिया था वह किसी तरह अपनी जान छुड़ाकर भागी थी।
यह बात साल 2005 की हे जब दिव्या अपनी मां के साथ एम्सटर्डम में आयोजित आईफा अवॉर्ड्स समारोह के लिए गई थी। इवेंट खत्म् होने के बाद वह मां के साथ रात के वक्त घूमने निकल गई। इस दौरान उन्हें यह नहीं पता था कि जहां वह घुम रही है वो रेड लाइट एरिया है। उस एरिया में फोटोग्राफी करना मना है लकिन इन सब बातों से अनजान दिव्या अपनी मां के साथ फोटो लेने लगीं।
दिव्या ने उस अनुभव को सांझा करते हुए बताया था कि- मैंने जैसे ही फोटो क्लिक करना शुरू किया, वहां की लड़कियां हमारे पीछे दौड़ने लगीं। हम नहीं जानते थे कि वहां फोटो खींचना मना है। " प्रोस्टीट्यूट्स से से घिरी दिव्या को समझ में नहीं आ रहा था वह क्या करें, वह वहां से भागने लगीं और प्रोस्टीट्यूट्स उनके पीछे पीछे दौड़ने लगीं। दिव्या और उनकी मां ने जैसे तैसे भागकर वहां से जान बचाई थी।
बता दें कि दिव्या ने 17 साल की उम्र में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी। उनकी पहली फिल्म इश्क में जीना इश्क में मरना थी। बताया जाता है कि इसे उत्तर प्रदेश में टैक्स छूट दी गई थी। दिव्या को इरादा में उनके प्रदर्शन के लिए 2018 में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उन्होंने इसमें एक सहायक किरदार निभाया था। जिसमें नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी, शरद केलकर, सागरिका घाटगे जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई थी।