26 APRFRIDAY2024 4:29:04 PM
Nari

गर्मियों में काढ़े की जगह पीयें ये हैल्दी ड्रिंक्स, बढ़ेगी इम्यूनिटी और मिलेगी ठंडक

  • Edited By neetu,
  • Updated: 13 Jun, 2021 02:25 PM
गर्मियों में काढ़े की जगह पीयें ये हैल्दी ड्रिंक्स, बढ़ेगी इम्यूनिटी और मिलेगी ठंडक

कोरोना के मामलों में अब गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं इससे बचने के लिए देशभर में तेजी से टीकाकरण भी हो रहा है। मगर फिर भी इससे बचने के लिए हर किसी को अपनी इम्यूनिटी तेज करने की ओर ध्यान देना चाहिए। वैसे तो कई लोग इम्यूनिटी तेज करने के लिए काढ़ा पी रहे हैं। मगर गर्मी में इसका अधिक सेवन करने से शरीर संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप इसकी जगह पर दूसरी हैल्दी व इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक का सेवन कर सकती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...

पुदीने वाली लस्सी

गर्मियों में लोग लस्सी पीना बेहद पसंद करते हैं। मगर आप इसमें कुछ ताजी पुदीने की पत्तियां मिला सकती है। इसमें विटामिन ए, सी, ई, एंटी-ऑक्सीडेंट्स आदि गुण होने से इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलती है। वहीं दही में भी प्री-बायोटिक्स होते हैं जो पाचन दुरुस्त करके बेहतर शारीरिक विकास में मदद करते हैं। वहीं पुदीने से लस्सी का स्वाद भी बढ़ कर आएगा और ठंडक का अहसास होगा। 

PunjabKesari

नारियल पानी

नारियल पानी विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। इसके सेवन से पाचन क्रिया मजबूत होती है। ऐसे में पेट संबंधी परेशानियों से बचाव रहता है। इसके साथ इम्यूनिटी बढ़ने से सर्दी, खांसी व कोरोना वायरस की चपेट में आने का खतरा कई गुणा कम होता है। इसके अलावा नारियल पानी में लो कैलोरी होने से वजन कंट्रोल रहने में मदद मिलती है। 

बेल पन्ना

बेल में विटामिन सी, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। इसका सेवन करने से तेजी से इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलती है। पाचन क्रिया बेहतर होती है। ऐसे में एसिडिटी, अपच, कब्ज आदि पेट संबंधी समस्याओं से आराम रहता है। थकान, कमजोरी दूर होकर एनर्जेटिक महसूस होता है। वहीं गर्मियों में लू से बचने के लिए बेल पन्ना का सेवन करना बेस्ट माना गया है। 

PunjabKesari

आम पन्ना

आम पन्ना खासतौर पर गर्मियों में पीया जाता है। इससे इम्यूनिटी तेज होने के साथ शरीर को ठंडक मिलती है। थकान, कमजोरी दूर होकर दिनभर एनर्जेटिक महसूस होता है। पाचन तंत्र दुरुस्त होने के साथ बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कई गुणा कम होता है। 


 

Related News