पीरियड्स में ब्लीडिंग से निपटने के लिए पहले कपड़ा इस्तेमाल किया जाता था वहीं, आजकल ढेरों सुरक्षित ऑप्शन मौजूद हैं। आजकल सैनेटरी पैड्स के अलावा मेंस्ट्रुअल कप और टैम्पोन का यूज बढ़ता जा रहा है, जो नेपकिन की तरह ही काम करता है। जिन महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग होती है उनके लिए टैम्पोन बेहतरीन ऑप्शन है लेकिन टैम्पोन लगाने समय की गई एक गलती प्राईवेट पार्ट को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। इसलिए आपको इसका सही तरीका पता होना चाहिए।
क्या टैम्पोन से खो सकती हैं वर्जिनिटी?
दरअसल, अविवाहित लड़कियां इसे इस्तेमाल करने से कतराती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे हाइमन रप्चर होने की संभावना रहती है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि इससे लड़कियां अपनी वर्जिनिटी खो देंगी। मेंस्ट्रुअल कप और टैम्पोन हाइमन खोल सकते हैं। हाइमन ऊतक का एक पतला टुकड़ा होता है, जो योनि के अंदर होता है। हालांकि इससे वर्जिनिटी का कोई खतरा नहीं है।
टैम्पोन के प्रकार
कुछ महिलाएं पूरे पीरियड्स एक ही साइज के टैम्पोन यूज करती हैं जबकि ये अलग-अलग साइज में आते हैं, जिसे पीरियड्स ब्लड फ्लो के अनुसार यूज करना होता है।
-युवा लड़कियों के लिए लाइट टैम्पोन बनाया गया है, जो वैजाइना में आसानी से फिट हो जाता है।
-रेगुलर टैम्पोन का साइज लाइट से थोड़ा बड़ा होता है। इसमें ब्लड फ्लो ज्यादा देर तक अवशोषित करने की क्षमता होती है। मगर, कम ब्लड फ्लो में इसे यूज करने की जरूरत नहीं।
-सुपर टैम्पोन उन महिलाओं के लिए होता है, जिन्हें बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है। अगर आप एक दिन में 3-4 पैड्स बदलती हैं तो ही इसका इस्तेमाल करें।
टैम्पोन लगाते समय ना करें ये गलतियां
1. दरअसल, टैम्पोन लगाते समय कुछ लड़कियां हाथ नहीं धोती। मगर, हाथों पर लाखों बैक्टीरियां होते हैं, जो टैम्पोन के जरिए वैजाइना और फिर शरीर में पहुंच सकते हैं।
2.बहुत-सी महिलाएं टैम्पोन को योनि के अंदर सही तरीके से नहीं लेकिन गलत प्लेसमेंट के कारण वो पूरा दिन असहज महसूस करती हैं। ऐसे में आपको इसे गलत जगह लगाने से बचना चाहिए।
3. पीरियड्स खत्म के बाद या शुरू होने से पहले टैम्पोन लगा लेती हैं लेकिन इससे वैजाइना का अम्लता स्तर (pH बैलेंस) बिगड़ जाता है, जो परेशानी खड़ी कर सकता है।
4. ध्यान रखें कि अगर गलती से टैम्पोन जमीन पर गिर जाए तो उसे इस्तेमाल ना करें बल्कि फेंक दे। नहीं तो उससे इंफेक्शन हो सकता है।
हो सकता है इंफेक्शन
कई बार महिलाएं पूरी दिन इसे नहीं बदलती लेकिन इससे इंफेक्शन, यूटीआई व अन्य बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप 6-8 घंटे से ज्यादा इसे यूज ना करें। टैम्पोन ना बदलने से वैजाइना में खुजली और जलन की समस्या भी हो सकती है।
टैम्पोन इस्तेमाल करने का तरीका
. साबुन से हाथों को अच्छी तरह धोकर सुखाएं। टैम्पोन पैकेट को खोलकर खड़े होकर या बैठकर सही पोजीशन में लगाएं।
. टैम्पोन के छोटे व पतले हिस्से को बीच से पकड़कर वैजाइना में अंदर तक डालें। ध्यान रखें कि इसकी स्ट्रिंग बाहर से दिखाई ना दें।
. ध्यान रखें कि टैम्पोन स्ट्रिंग वैजाइना के बहार ही लटकती रहे लेकिन इसे यूं सेट करें कि वो दिखे नहीं और गंदी भी ना हो।
. बाहर निकालने के लिए टैम्पोन स्ट्रिंग को हल्के हाथों से पकड़कर नीचे की ओर खींचें।
ध्यान रखें कि टैम्पोन लगाने-निकालने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोएं। इसके अलावा टैम्पोन निकालने के बाद भी हाथ साफ करना ना भूलें।