20 मई, दिन शुक्रवार बगलामुखी जयंती का शुभ पर्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन में देवी दुर्गा के आंठवें स्वरुप मां बगलामुखी का जन्म हुआ था। देवी मां को पीला रंग अतिप्रिय होने से इस दिन को 'पीतांबरी जयंती' भी कहते हैं। इस दिन हवन करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी मां की पूजा व कुछ खास काम करने से दुखों और शत्रुओं से छुटकारा मिलता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
पीले कपड़े धारण करें
देवी बगलामुखी को पीला रंग अतिप्रिय है। इसलिए इस शुभ दिन पर पीले रंग के कपड़े पहनें।
देवी के यंत्र की स्थापना करें
इस शुभ दिन पर घर पर देवी मां का यंत्र स्थापना करके पूजा करें। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक में बदल जाती है।
इस मंत्र का करें जाप
देवी मां के 'ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलम बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।' मंत्र का जाप करें। इससे माता रानी की कृपा मिलने के साथ जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
माता रानी को भोग लगाएं
बगलामुखी जयंती के दिन देवी मां को पान, मिठाई, फल और पंचमेवे का भोग जरूर लगाएं। साथ ही जल चढ़ाएं।
सुख-समृद्धि व शांति के लिए
घर में तनाव होने से नकारात्मक ऊर्जा ब़ने लगती है। ऐसे में पीतांबरी जयंती के दिन देवी मां को पीले कनेर का फूल चढ़ाएं। इससे गर में चल रही परेशानियां दूर होकर सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली आएगी।
शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए
देवी मां की पूजा के साथ उनके यंत्र और श्रीहरि का पूजन करें। मान्यता है कि इससे शत्रुओं से जल्द ही छुटकारा मिलता है।
बुरी नजर से होगा बचाव
बुरी नजर से बचने के लिए इस शुभ दिन पर देवी मां को चने की दाल अर्पित करें। साथ ही किसी भी शुभ दिन पर दान का विशेष महत्व होता है। इसलिए पूजा के बाद अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबी, बेसहारा व ब्राह्माण को दक्षिणा व दान कर दें।
कोर्ट केस से छुटकारा पाने के लिए
बगलामुखी जयंती के दिन 8 नींबूओं की माला बना कर देवी मां को अर्पित करनी चाहिए। इससे कोर्ट केस में सफलता मिलने के साथ मनोकामना पूरी होगी।
बन जाएंगे बिगड़े काम
मान्यता है कि इस शुभ दिन पर हल्दी की माला से देवी मां के सिद्ध मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे जीवन की समस्याएं दूर होती है। साथ ही बिगड़े काम बनने लगते हैं। वहीं सफलता के रास्ते खुलते हैं।