नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी जहां अपनी हालिया फिल्म ‘कंगुवा’ को लेकर सुर्खियों में हैं, वहीं उनके पिता और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी जगदीश पाटनी के साथ 25 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी सरकारी आयोग में उच्च पद दिलाने के नाम पर की गई।
जगदीश पाटनी ने इस मामले में बरेली के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने ठगी के इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
जगदीश पाटनी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके परिचित शिवेंद्र प्रताप सिंह ने उनका परिचय आचार्य जयप्रकाश (जूना अखाड़ा) और दिवाकर गर्ग से कराया। इन दोनों ने दावा किया कि उनके राजनीतिक संपर्क हैं और वे जगदीश पाटनी को सरकारी आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या अन्य किसी उच्च पद पर नियुक्ति दिला सकते हैं। जगदीश पाटनी ने इन पर भरोसा करते हुए ठगों को 5 लाख रुपये नकद और शेष 20 लाख रुपये तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए।
ठगों का धोखाधड़ी का तरीका
पैसे वापस मांगने पर धमकी जब जगदीश पाटनी ने अपनी रकम वापस मांगी, तो ठगों ने पहले ब्याज सहित पैसे लौटाने का वादा किया। लेकिन इसके बाद, उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया और दुर्व्यवहार किया। पैसे लेने के बाद ठगों ने तीन महीने तक कोई काम नहीं किया। ठगी का एहसास होने के बाद, जगदीश पाटनी ने बरेली कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पांच आरोपियों पर केस दर्ज
पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है
शिवेंद्र प्रताप सिंह
आचार्य जयप्रकाश (जूना अखाड़ा)
दिवाकर गर्ग
प्रीति गर्ग
पुलिस की जांच
बरेली पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों से जल्द पूछताछ की जाएगी। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिशा पाटनी के पिता जगदीश पाटनी अपने परिवार के साथ बरेली के सिविल लाइंस इलाके में रहते हैं। ठगी के इस मामले के बाद परिवार में चिंता का माहौल है। इस घटना ने एक बार फिर यह दिखाया है कि झूठे वादों और ठगों से सतर्क रहना कितना जरूरी है। सरकारी पद या बड़े वादों के झांसे में आने से पहले पूरी जानकारी और सत्यापन करना आवश्यक है।
पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना सभी को सतर्क रहने की सीख देती है, खासकर जब कोई बड़ा वादा या आर्थिक लेन-देन शामिल हो।