कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण कुछ बच्चों को जहां घर से पढ़ने में बहुत आसानी हुई वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी थे जिनके पास पढ़ाई के लिए कोई डिवाइस नहीं था। हालांकि कोरोना काल ने हमें यह एक सीख तो दी है कि अगर हम सब मिल कर रहें तो कठिन से कठिन समय भी चुटकी बजाकर बीत जाता है। बात अगर स्टूडेंट्स की करें तो बहुत से ऐसे बच्चे ऐसे हैं जिन्हें ऑनलाइन क्लास लगाने में दिक्कत हुई लेकिन इन बच्चों की परेशानी को 12वीं की छात्रा गुनीशा अग्रवाल दूर कर रही हैं।
दरअसल ऑटो चलाने वाले की बेटी को ऑनलाइन क्लास लगाने में काफी दिक्कत हो रही थी। पहले वह अपने चचेरे भाई का लैपटॉप लेती थी लेकिन गुनीशा अग्रवाल ने इन बच्चों के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया और फ्री लैपटॉप- टैबलेट देने की मुहिम शुरू की। इसी के तहत ऑटो चालक की लड़की आज बिना किसी समस्या के अपनी ऑनलाइन क्लास लगा रही है।
12वीं की छात्रा गुनीशा अग्रवाल न सिर्फ लैपटॉप बल्कि वह स्मार्टफोन भी जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचा रही हैं।
तो चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर बच्चों की मदद के लिए आगे आने वाली गुनीशा अग्रवाल कौन हैं।
मां से हुई प्रेरित
12वीं की छात्रा गुनीशा अग्रवाल चेन्नई पुलिस कमिश्नर महेश कुमार अग्रवाल की बेटी हैं। दरअसल बच्चों की मदद करने का ख्याल गुनीशा के मन में तब आया जब उनकी मां ने एक बार घर में काम करने वाली की बेटी को यूज किया हुआ लैपटॉप दिया ताकि वह बिना किसी समस्या के ऑनलाइन क्लास में हिस्सा ले सके और पढ़ाई कर सके। गुनीशा को असल मदद का ख्याल अपनी मां के इस कदम से आया। इतना ही नहीं जरूरतमंद छात्रों की मदद करने के लिए गुनीशा ने एक वेबसाइट भी बनाई है।
इतने छात्रों को दे चुकी हैं डिवाइस
जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए आगे आई गुनीशा अब तक 4 छात्रों को डिवाइस दे चुकी हैं। इतना ही नहीं उन्होंने 20 उपयोग किए गए लैपटॉप सहित 25 डिवाइस भी जमा कर रखे हैं। गुनीशा की इस कदम से बहुत से छात्र उनसे मदद के लिए आग्रह कर रहे हैं।
जरूरतमंदों की मदद करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : गुनीशा अग्रवाल
अपनी इस मदद पर गुनीशा अग्रवाल का कहना है ,' इस कोरोना काल में कई लोगों की नौकरी उनके हाथों से निकल गई और ऐसे में इन जरूरतमंदों तक डिवाइस पहुंचाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।' आपको बता दें कि गुनीशा इकोनॉमिक्स और लॉ की पढ़ाई कर रही हैं।' इतना ही नहीं मार्क मेट्रो विज्ञापन के निदेशक आर. आनंदकृष्णन अपने रोटरी क्लब ऑफ चेन्नई पॉवर्स के माध्यम से 100 टैबलेट और लगभग 12 लाख रुपये का दान कर रहे हैं।
लगातार कर रहीं मदद
जरूरतमंद छात्रों के लिए पढ़ाई के लिए नए राह खोलने वाली गुनीशा ने कोरोना काल में भी लोगों की मदद की और उन तक भोजन के पैकेट पहुंचाए। गुनीशा NGO के साथ मिलकर काम करना चाहती है।