दुनियाभर के लोग कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारत, अमेरिका, रूस सहित चीन की कोरोना वैक्सीन का भी आखिरी ट्रायल चल रहा है लेकिन इसी बीच खबरें आ रही हैं कि चीन की वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया है। दरअसल, सिनोवैक कंपनी द्वारा बनाई जा रही चीनी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल ब्रिटेन में चल रहा था, जिसे उन्होंने हाल ही में रोक दिया है।
क्यों रूका चीनी वैक्सीन का ट्रायल?
ब्राजील के स्वास्थ्य नियामक का कहना है कि फिलहाल चीन की वैक्सीन का ट्रायल सस्पेंड कर दिया गया है, जिसका कारण हाल ही में हुए एक प्रतिकूल घटना है। दरअसल, चीनी वैक्सीन के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जिसकी वजह से इसका ट्रायल रोक दिया गया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि व्यक्ति की मौत का कारण वैक्सीन ही है।
10,000 से अधिक लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
बता दें कि चीनी वैक्सीन का ट्रायल इस वक्त 10,000 से अधिक लोगों पर किया जा रहा है। ऐसे में किसी व्यक्ति की मौत होना काफी गंभीर बात है। हालांकि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो भी चीनी वैक्सीन के खिलाफ हैं और उन्होंने यह ऐलान कर दिया हैं कि वो चीन से वैक्सीन नहीं खरीदेगा।
ऑक्सफोर्ड से वैक्सीन खरीदने की तैयारी में ब्राजील
अब ब्राजील एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कोरोना वैक्सीन खरीदने की तैयारी कर रही है। उन्होंने बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर FioCruz में वैक्सीन उत्पादन की तैयारी भी कर ली है। एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन ने ब्रिटेन ट्रायल के प्रतिभागियों पर अच्छा असर दिखाया, जिसके बाद टीकाकरण की तैयारी तेज कर दी गई है।
बता दें कि फिलहाल चीन की 4 वैक्सीन आखिरी क्लीनिकल ट्रायल में है। कोरोना वैक्सीन बनाने में चीन WHO के गठबंधन 'कोवैक्स' का भी हिस्सा है।