लहसुन हर भारतीय रसोई में पाई जाने वाली जरूरी सामग्री है। महिलाएं खाने में लहसुन का तड़का लगाकर खाने का स्वाद बढ़ाती हैं। लेकिन आपको बता दें कि लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद का ही नहीं बल्कि सेहत का भी ख्याल रखता है। जी हां, आजकल की बिजी लाइफस्टाइल के चलते लोगों को एक्सरसाइज करने का समय नहीं मिलता है, जिससे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाती है, जो कई सारे रोगों की वजह बन जाती है। ऐसे में सिर्फ एक लहसुन की कली खाली पेट खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख कर हार्ट डिजीज से खुद का बचाव कर सकते हो। लहसुन में मौजूद इम्यून बूस्टिंग, एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से दिल तंदुरुस्त बना रहता है। आइए जानते हैं कैसे लहसुन की 1 कली रोजाना खाने से फायदे मिलते हैं...
डाइजेशन में होता है सुधार
हर दिन लहसुन की 1 कली खाने से गैस्ट्रिक जूस के पीएच में सुधार होता है और इससे पाचन क्रिया को तंदरूस्त बनाए रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण आंतों में विभिन्न तरह की बायोएक्टिव यौगिक कोलाइटिस, अल्सर और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज को कम करने में मदद करता है।
बॉडी होती है डिटॉक्सीफाई
कच्चे लहसुन और पानी का कॉम्बिनेशन बॉडी को डिटॉक्स करने में मददगार है। लहसुन आपके शरीर को डिटॉक्सिफाई करने का एक बेहतरीन विकल्प है। ये आपके शरीर से सभी हानिकारक toxic products को निकाल देता है। वहीं इससे कई तरह के कैंसर से भी बचाव होता है।
डायबिटीज रखता है कंट्रोल में
इसके सेवन से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है। लहसुन में एंटी- डायबिटिक और बल्ड शुगर लेवल को कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं। इसमें विटामिन सी भी मौजूद होता है जो बल्ड शुगर को कंट्रोल में रखता है।
टीबी की बीमारी में है कारागार
लंग्स से जुड़े रोगों में भी लहसुन काफी मददगार है। अगर आपको टीबी की बीमारी है तो लहसुन का सेवन करें। हस सुबह 2 से 3 लहसुन की कच्ची कलियां चबाने से टीबी के लक्षण कंट्रोल किए जा सकते हैं। दरअसल, लहसुन में एलिसिन तत्व टीबी के बैक्टीरिया पर सीधा असर करता है।
कैसे खाएं
लहसुन की 1 कली को खाली पेट गुनगुने पानी के साथ सुबह खाली पेट खाएं।