आज एक बार फिर आसमान में खूबसूरत नजारा देखने के लिए तैयार हो जाइए। आज यानी 30 अगस्त की रात आसमान में ब्लू सुपरमून नजर आएगा। ऐसे में चांद चमकीला और सामान्य दिनों के मुकाबले थोड़ा बड़ा दिखेगा। आकाश में इस अद्भुत नजारे को बस कुछ घंटे रह गए हैं, जिसका लोगों को बेसर्बी से इंतजार है। अगर आपके भरी मन में ये सवाल है कि आखिर ये ब्लड मून होता क्या है और ये नजारा कब दिखेगा? इस सभी सवालों का यहां मिलेगा जवाब
क्या है ब्लू मून
ब्लू मून तब होता है जब पूर्णिमा एक महीने में दो बार आती है और चांद पूरा निकलता है। दूसरी बार पूर्णिमा के चांद को ब्लू मून कहा जाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक़ ब्लू मून का चांद के रंग से कोई वास्ता नहीं है। सुपर ब्लू मून आकार में सामान्य दिनों से 40 फीसदी तक बड़ा और 30 फीसदी तक अधिक चमक के साथ नजर आ सकता है, इसे बिना किसी उपकरण की मदद से भी देखा जा सकता है।
13वीं पूर्णिमा को कहा जाता है 'ब्लू मून'
मूल अमेरिकियों सहित दुनिया भर की संस्कृतियों ने प्रत्येक पूर्ण चंद्रमा को नाम दिए हैं। चंद्रमा के चरणों का चक्र लगभग एक महीने तक चलता है और एक वर्ष में 12 महीने होते हैं। हालांकि, चंद्रमा के चरणों को पूरा होने में वास्तव में 29.5 दिन लगते हैं, जिसका अर्थ है कि 12 पूर्ण चक्रों के लिए कुल 354 दिन। यह एक कैलेंडर वर्ष में 365/366 दिनों से किसी तरह कम पड़ता है: इसलिए, लगभग हर ढाई साल में 13वीं पूर्णिमा देखी जाती है। इस अतिरिक्त पूर्णिमा को ही 'ब्लू मून' कहा जाता है।
कब दिखेगा सुपर ब्लू
बताया जा रहा है कि सुपर ब्लू मून बुधवार को सूर्यास्त के ठीक बाद शाम 8.37 बजे अपनी सबसे ज्यादा चमक पर पहुंचेगा। हालांकि आज चांद शाम 6:35 बजे से दिखना शुरू हो जाएगा । चंद्रमा बुधवार 30 अगस्त को रात 9:36 बजे पर सूर्य के विपरीत होगा। ब्लू मून इसके बाद गुरुवार को सूरज उगने से ठीक पहले लगभग 4:42 बजे अस्त हो जाएगा।
बड़ा और चमकदार दिखेगा चांद
साल 1940 से ये चलन शुरू हुआ कि अगर एक ही महीने में दो फुल मून यानी पूर्णिमा पड़ती है तो दूसरे फुल मून को ब्लू मून कहा जाएगा। चूंकि इसी दिन सुपरमून भी है तो इस दिन चांद बड़ा और चमकदार दिखाई देगा, लेकिन नीला नहीं। नासा का कहना है कि अगले सुपर ब्लू मून जनवरी और मार्च 2037 में एक जोड़ी में घटित होंगे।