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इन 5 टिप्स से बनाएं अपने अजन्मे शिशु के साथ पक्‍का बॉन्‍ड

  • Edited By neetu,
  • Updated: 20 May, 2021 05:04 PM
इन 5 टिप्स से बनाएं अपने अजन्मे शिशु के साथ पक्‍का बॉन्‍ड

महिलाओं के लिए गर्भावस्था का समय बेहद ही खूबसूरत अहसास देता है। वे गर्भ में पल रहे बच्चे की मूवमेंट को अच्छे से महसूस करती है। वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रेगनेंसी के कुछ महीने बाद बच्चे के शरीर और दिमाग का विकास होने लगता है। ऐसे में वह बाहर की दुनिया को अच्छे से महसूस करने लगता है। वे अपने पेरेंट्स की बातें सुनने के साथ उनके स्पर्श को महसूस करता है। ऐसे में आप प्रेगनेंसी में ही बच्चे के साथ अच्छा बॉन्ड बना सकती है। वहीं अगर आप पहली बार पेरेंट्स बनने जा रहें हैं तो आज हम आपको शिशु के साथ पक्का बॉन्ड बनाने के 5 टिप्स बताते हैं...

शिशु से बातें करें

एक्सपर्ट्स के अनुसार, गर्भ में पल रहा बच्चा प्रेगनेंसी के कुछ महीनों बाद सुनने लगता है। वे आवाजों का पहचानने लगता है। इसलिए आप शिशु के अच्छी कनेक्शन बनाने के लिए उससे बातें कर सकते हैं। इससे बच्चे खुश भी होगा और इसका बेहतर तरीके से मानसिक व शारीरिक विकास होगा।

स्पर्श करें

इन दौरान शिशु स्पर्श भी महसूस करते हैं। ऐसे में आप अपने पेट पर प्यार भरा हाथ लगाएगी तो ये आपके शिशु के महसूस होगा। वे आपके केयरिंग नेचर को अच्छे से समझेगा। वहीं अपने पापा द्वारा स्पर्श मिलने पर भी वह इसे अच्छे से महसूस करेगा। 

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​बच्‍चे की पहली किक महसूस करें 

बच्चे के पहली बार किक करने पर शिशु को होने का खूबसूरत अहसास होता है। ऐसे में इस पल को अपने पति को भी फील करवाएं। जब गर्भ में बच्चा किक करेें तो बच्चे की इस मूवमेंट में पति का हाथ अपने पेट पर रखें। इससे बच्चे की बॉन्डिग आपके साथ अपने पापा से भी होगी।

संगीत सुनाएं

बच्चे के साथ बॉन्डिंग बनाने के लिए बातें करने के अलावा उसे संगीत सुना सकती है। आप खुद भी उसके लिए गा सकते हैं। इसतरह वे अपने पेरेंट्स की आवाज को अच्छे से पहचानेगा। इसके अलावा आप उन्हें कोई कहानी व कविता भी सुना सकते हैं। मगर बच्चे को शोर-शराबे वाले माहौल से दूर रखें। नहीं तो ज्यादा तेज व डरावनी आवाज से वह डर सकता है। 

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बच्चे को खुशी में शामिल करें 

माना जाता है कि इस दौरान महिलाओं को सबसे ज्यादा खुश रहना चाहिए। ऐसे में घर पर पॉजीटिव माहौल बनाएं। साथ ही दोनों पति-पत्नी हर चीज को लेकर शिशु से बात करें। इससे शिशु का आपसे अच्छा कनेक्शन होगा। साथ ही उसका शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर  तरीके से होगा।  


 

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