भारत में किराए की कोख का चलन काफी बढ़ गया है। बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जो गरीबी के कारण अपनी कोख में दूसरे के बच्चे को पाल लेती हैं। 19 साल की एक गरीब लड़की के साथ भी कुछ ऐसा हुआ पहले उसे खरीदा गया और फिर बच्चे को पैदा करने का दबाव बनाया गया। लेकिन उसे क्या पता था कि बच्चे के पैदा होते ही उसकी जिंदगी तबाह हो जाएगी। डिलीवरी के बाद ही मासूम को सड़क पर मरने के लिए छोड़ दिया गया।
एक महिला से खरीदी लड़की
यह दर्दनाक घटना है मध्य प्रदेश के उज्जैन की। तराना तहसील के काठबड़ौदा के उपसरपंच राजपाल सिंह की पत्नी ने दो बच्चों के बाद नसबंदी करवा ली थी। दोनों बच्चों के मरने के बाद यह अपना बच्चा चाहते थे। ऐसे में कपल ने उज्जैन से 60 किमी दूर नागदा से 19 साल की लड़की को एक महिला से खरीदा। उस बच्ची को नहीं पता था कि उसका सौदा हुआ है।
16 महीने तक लड़की को रखा घर में
आरोपी ने बच्ची के साथ नाजायज रिश्ता बनाया और 16 महीने तक उसे अपने घर में रखा। इस दौरान पीड़िता प्रेग्नेंट हो गई तो आरोपी की मां और उसकी पत्नी ने उसकी देखभाल की। दुनिया को पागल बनाने के लिए राजपाल की पत्नी पेट पर तकिया बांधकर रखती थी। लड़की की डिलीवरी के समय भी अस्पताल में उसकी पत्नी का ही नाम लिखवाया गया था। आरोपियों ने पीड़िता से बच्चे ले लिया।
पुलिस को लावारिस हालत में मिली लड़की
सर्जरी के बाद उसे संक्रमण हो गया था, इसी हालत में कुछ लोग उज्जैन छोड़कर चले गए। 6 नवंबर को लड़की पुलिस को लावारिस हालत में सड़क पर मिली। बेहोशी की हालत में मिली लड़की को अस्पताल ले जाया गया । कुछ दिन बाद होश आने पर लड़की ने पुलिस को सारी कहानी बताई। राजपाल, उसकी पत्नी और एक अन्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।