अफगानिस्तान में महिलाओं का भविष्य संकट में है। तालिबान की दमनकारी नीति से बचने के लिए नेशनल फुटबॉल टीम के सदस्यों समेत 100 महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को अफगानिस्तान से निकाला लिया गया है। इसमें कम से कम 20 राष्ट्रीय महिला टीम फुटबॉल खिलाड़ी शामिल हैं।
सभी को लाया गया दोहा
कतर की सरकार ने बताया कि अफगानिस्तान से महिला फुटबॉल खिलाड़ियों के एक दल को एक विमान के जरिए दोहा लाया गया। कतर के सहायक विदेश मंत्री लोलवाह अल-खतर ने एक ट्वीट में कहा कि महिला खिलाड़ियों सहित लगभग 100 फुटबॉल खिलाड़ी और उनके परिवार बोर्ड में हैं।
फीफा की मदद से खिलाड़ियों को निकाला बाहर
खिलाड़ियों की निकासी के लिए कतर ने फीफा के साथ मिलकर काम किया। इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय संघ फीफाप्रो ने अगस्त में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय महिला टीम की खिलाड़ियों की निकासी में भी मदद की थी। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही थी।
खिलाड़ियों को दी गई थी सोशल मीडिया अकाउंट्स हटाने की सलाह
याद हो कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अफ़ग़ान महिला फ़ुटबॉल टीम की पूर्व कप्तान, खालिदा पोपल ने अफगानिस्तान में खिलाड़ियों से अपने स्पोर्ट्स गियर को जलाने और तालिबान शासन के प्रतिशोध से बचने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को हटाने का आग्रह किया था।
टूट चुकी है महिला खिलाडी
खालिदा ने अफगानिस्तान की यंग महिलाओं से कहा था कि उन्हें सोशल मीडिया प्रोफाइल डिलीट कर देनी चाहिए। खालिदा ने कहा था कि वे हमेशा से ही यंग महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रही हैं और हमेशा उन्हें हिम्मत बंधाती रही हैं लेकिन तालिबान के राज आने के बाद मैं टूट गई हूं।