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भावना कंठ बनी पहली IAF पायलट, छोटे शहर से खुले आसमान तक ऐसा रहा कामयाबी का सफर

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 24 May, 2019 03:23 PM
भावना कंठ बनी पहली IAF पायलट, छोटे शहर से खुले आसमान तक ऐसा रहा कामयाबी का सफर

भारत की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट बनकर भावना कंठ ने इतिहास रच दिया है। बता दें कि जेट फाइटर प्लेन की स्पीड ज्यादा होने के कारण महिलाओं को अब तक इसे उड़ाने की इजाजत नहीं थी लेकिन भावना ने MiG-21 को पूरे दिन अकेले ही उड़ाया, जिसके कारण उन्हें फाइटर प्लेन उड़ाने के लिए योग्य घोषित कर दिया गया। अपनी मेहनत और कड़ी लगन से उन्होंने साबित कर दिया की महिलाओं के लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता।

 

पहली महिला फाइटर पायलेट बनी भावना

वायु सेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने बताया कि भावना ने दिन में लड़ाकू विमान में उड़ानभर कर मिशन में कामयाबी हासिल करने वाली पहली महिला फाइटर पायलट हैं। वह अपने बैच की पहली महिला फाइटर है इसके बाद 2 अन्य महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह को फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में चुना गया। वायुसेना में करीब 1500 महिलाएं हैं, जो अलग-अलग विभागों में काम कर रही हैं। 1991 से ही महिलाएं हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ा रही हैं लेकिन फाइटर प्लेन उड़ाने का मौका अब जाकर मिला। अभी फिलहाल भावना बीकानेर के नाल बेस पर तैनात हैं।

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छोटे शहर से हैं भावना

भावना बिहार के एक ऐसे छोटे गांव से हैं, जहां बाढ़ के समय में पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिर जाता है। गांव के अधिकतर मकान भी कच्चे हैं। इतना ही नहीं, उनके गांव में लड़कियों को पढ़ने भी नहीं दिया जाता है। लेकिन इस छोटी जगह से आने वाली एक साधारण-सी ने ऐसा काम कर दिखाया है, जिसके पूरे देश को ही गर्व है।

इंजीनियरिंग की डिग्री की है हासिल

बिहार के बरौनी में जन्मीं भावना कंठ ने 10वीं तक की पढ़ाई बेगूसराय जिले के बरौनी रिफाइनरी के डीएवी स्कूल से पूरी की। उनके पिता इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में इंजीनियर हैं और मां गृहिणी हैं। बरौनी रिफाइनरी के डीएवी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद भावना ने बीएमएस कॉलेज, बेंगलूरू से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। भावना बचपन से ही पक्षी की तरह उड़ना चाहती थीं और अब फाइटर पायलट के तौर पर देश की सेवा करना चाहती हैं।

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आईटी कंपनी की नौकरी छोड़कर बनीं फायटर पायलट

उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की है। साल 2014 में सिलेक्शन एक बड़ी आईटी कंपनी में हो गया था लेकिन वह बचपन से ही प्लेन उड़ाना चाहती थी। फिर क्या था उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय वायुसेना की एंट्रेस एग्जाम दिए और पास भी कर लिए। इसके बाद उनका सिलेक्शन एयर फोर्स में हो गया।

बचपन से बनना चाहती थी पायलट

भावना का बचपन से ही फायटर पायलट बनने का सपना था। उन्होंने बताया कि 'फायटर पायलट बनने के बारे में केवल लड़के ही सोचते हैं लेकिन मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझसे यही कहा कि केवल मैं लड़की हूं, इसलिए मुझे अपने सपनों को, सोच को बदलने की या लड़कों से अलग तरह से सोचने की जरूरत नहीं है।'

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बाइक राइडिंग का शौक

भावना को सिर्फ फाइटर प्लेन उड़ाने का ही नहीं बल्कि खो-खो, बैडमिंटन, स्विमिंग का भी शौक है। इसके अलावा उन्हें बाइक राइडिंग करना बेहद पसंद है। वह कहती हैं कि मुझे हर तरह की रफ्तार और उड़ान से प्यार है।

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सिर्फ इंजीनियरिंग में ही नहीं, भावना मॉडलिंग में भी अपनी हाथ अजमा चुकी हैं। जी हां, वह प्रिंट के कुछ विज्ञापन में काम कर चुकी हैं।

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