अमेरिका में अपराध से जुड़ी सत्य कथाओं पर आधारित जानकारी की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। इसी से प्रेरित कुछ महिलाएं अपने से जुड़े लोगों की निजी जानकारी को इकट्ठा कर रही हैं। इन लोगों में सहकर्मी, दोस्त और पूर्व साथ शामिल हैं। जानकारी रिकॉर्ड करने के लिए खास तरह के फोल्डर 'इफ आई गो मिसिंग' जिसका मतलब है कि अगर मैं गुम हो जाऊं का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। इस फोल्डर में सबसे पहले अपनी एक फोटो के साथ पहचान के लिए कोई बर्थमार्क और टैटू के बारे में बताना है। इसके अलावा उंगलियों के निशान और सोशल मीडिया से जुड़ी सभी जानकारी भी देनी है। वहीं, आप से जुड़े लोगों के नाम, पता, फोन नंबर और अन्य व्यक्तिगत जानकारी को इसमें शामिल किया जा रहा है। यहां तक की डीएनए के लिए सैंपल के तौर पर बाल आदि को भी फोल्डर में रखा जा रहा है। इन फोल्डर को खुद भी बनाया जा सकता है।
ये कयामत के दिन की तैयारी जैसा- एक्सपर्ट्स
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन फोल्डर को बनाने में वास्तविक डर और वास्तविक आनंद दोनों शामिल हैं। ये पीड़ित होने का डर और स्वयं को पीड़ित होने की कल्पना करने में होने वाला आनंद है। ये कयामत के दिन की तैयारी करने वालों से कुछ ज्यादा अलग नहीं है।
महिलाएं को ये फोल्डर महसूस करवा रहा सुरक्षित
इसे आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। आमतौर पर महिलाओं से जुड़े अधिकतर अपराधों में कोई जान पहचान का ही दोषी पाया जाता है। ऐसे में कुछ महिलाओं का मानना है कि इन फोल्डर से उन्हें इस अनियंत्रित दुनिया में थोड़ा नियंत्रण पाने का अहसास होता है। अगर वे कभी किसी आपत्तिजनक अनहोनी का शिकार होती हैं तो हो सकता है वो उसके दोषी को पकड़ने में मदद कर पाएंगी।
लॉस एंजिल्स पुलिस के अधिकारी का कहना है ऐसी जानकारी काम आ सकती हैं। ये अपराध का कहना है कि ऐसी जानकारी काम आ सकती हैं। ये अपराध के बाद मिलने वाली टिप्स की तरह मदद कर सकती हैं।