यूरिन इंफेक्शन यानि UTI महिलाओं में होने वाली आम समस्या है, जिससे 80% महिलाएं परेशान है। यूरिन इंफेक्शन को छुपाने या लक्षणों की अनदेखी करने से सेहत ज्यादा बिगड़ सकती है। सही समय पर यूटीआई इंफेक्शन का इलाज बहुत जरूरी है।
क्या है यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन (UTI)?
यूटीआई एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो किडनी, ब्लैडर, मूत्रवाहिनी, यूरेथ्रा आदि शामिल हैं। इसमें पेल्विक में दर्द, बार-बार यूरिन आना, यूरिन करते समय दर्द व बदबू जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। अगर इंफेक्शन यूरेथ्रा के पास हो तो इससे खुजली व जलन भी हो सकती है।
यूटीआई के कारण
. पेशाब रोककर रखना
. अधिक मसालेदार भोजन करना
. शरीर में पानी की कमी
. किडनी में पथरी
. पर्सनल हाइजीन का ध्यान ना रखना
. गंदा बाथरूम
. ब्लैडर में सूजन
. किसी तरह की लीवर प्रॉब्लम
. रीढ़ की हड्डी में कोई चोट लगी...
. प्रेगनेंसी में यूरिन इफैक्शन
डायबिटीज की शिकार हैं तो आप बार-बार यूरिन इंफेक्शन की शिकार हो सकती हैं।
इन महिलाओं को भी यह समस्या रहती है
-जो लंबे समय तक यूरिन पास नहीं करती
-प्राइवेट पार्ट की सफाई नहीं रखती
-इंटरकोर्स के बाद प्राइवेट पार्ट साफ नहीं करतीं।
-हार्मोंनल इंम्बैलेंस होने तो भी...
अब हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिससे आप वैजाइना में खुजली, जलन व रैशेज की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।
सेब का सिरका
1 लीटर पानी में 3 बड़े चम्मच सेब का सिरका मिलाकर योनि को साफ करें।
नीम के पत्ते
नीम के पत्तों को पानी में उबालकर योनि की सफाई करने से भी खुजली की समस्या दूर होती है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों को धोकर पानी में उबाल लें और उससे योनि की सफाई करें।
बेकिंग सोडा और पानी
यूरिन इंफेक्शन के दौरान बार-बार पेशाब आए तो 1 गिलास पानी में 1 टीस्पून सोडा मिलाकर पीएं।
गेहूं और मिसरी
रात को सोने से पहले एक मुट्ठी गेंहू को पानी में दें। सुबह इस पानी को छानकर इसमें मिसरी मिलाएं और पी लें। इससे आपको यूटीआई से जल्दी छुटकारा मिलेगा।
लहसुन
रोजाना खाली पेट लहसुन की कली का पानी से साथ सेवन करने से लाभ मिलता है।
टी ट्री ऑयल
इंफैक्शन दूर करने के लिए टी ट्री ऑयल की 10 बूंदें नहाने के पानी में मिक्स करें। इससे प्राइवेट पार्ट की अच्छी तरह सफाई करें। इससे इंफैक्शन कुछ दिनों में ही दूर हो जाएगा।
बातों का ध्यान जैसे..
-यूरिन ना रोकें
-खूब पानी खूब पीएं
-प्राइवेट पार्ट की सफाई रखें
-पीरियड्स के दौरान 6 घंटे में सैनिटरी पैड बदलें
-प्रेग्नेंसी के दौरान हाइजीन का ध्यान रखें।
-पौष्टिक आहार खाएं