कोरोना वायरस के मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही हो लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है। वहीं, सामने आ रहे कोरोना के नए-नए वैरिएंट ने दहशत का माहौल बना रखा है। हाल ही में वैज्ञानिक मान रहे थे कि ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट BA.2 कोविड-19 की चौथी लहर का कारण बन सकता है लेकिन अब कोरोना का एक नया रूप सामने आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यूके में एक नया कोविड संस्करण पाया गया है, जिसे XE Variant कहा जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह म्यूटेंट ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट BA.2 से करीब 10% ज्यादा संक्रामक हो सकता है।
क्या है XE Variant?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस नए वेरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की है। XE ओमिक्रॉन के 2 सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है, जिसे सबसे अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। इसमें अभी तक कोई भी ट्रांसमिशन रेट नहीं देखा गया।
BA.2 से 10 गुना अधिक खतरनाक है XE
रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी कम्यूनिटी ग्रोथ रेट BA.2 की तुलना में 10% अधिक हैं। हालांकि, वैज्ञानिक इसपर रिसर्च कर रहे हैं। अब तक BA.2 वैज्ञानिकों के लिए सबसे बड़ी चिंता बन चुका है क्योंकि इसके सीक्वेंस्ड मामलों की संख्या लगभग 86% है।
यूके में सामने आया पहला केस
बता दें कि पहली बार इस वेरिएंट का पता 19 जनवरी को यूके में चला था। उसके बाद से ही इसके 600 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तब तक ओमिक्रॉन से जोड़कर देखा जाएगा जब इसके व्यवहार में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होता।