आज पूरी इंडस्ट्री में सपना चौधरी एक जाना माना नाम है। लोग उनके डांस के दिवाने हैं। सपना के पास आज हर वो चीज है जिसकी हर किसी को इच्छा होती है। वह किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं लेकिन यहां तक आने के लिए और अपना नाम बनाने के लिए सपना ने अपनी जिंदगी में काफी मुश्किल दौर का सामने भी किया है। इस बारे में सपना ने खुद अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे पिता की मौत के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई।
आर्थिक हालत नहीं थे ठीक
इंडस्ट्री तक पहुंचना सपना के लिए इतना आसान नहीं था। उन्होंने यहां तक आने के लिए दिन रात मेहनत की। सपना ने खुद अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि पिता की मौत के बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा था। यहीं कारण रहा कि उन्होंने अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं की।
शोज के साथ मैनेज करती थीं पढ़ाई
सपना ने खुद अपने एक इंटरव्यू में इस बारे में बात करते हुए बताया था कि उन्हें पढ़ाई के साथ साथ शो भी मैनेज करते होते थे। उनके पास उनकी किताबें तक नहीं होती थी और उनका सारा काम उनके दोस्त करते थे। हालांकि सांतवी तक ही उन्होंने रेगुलर पढ़ाई की है। वहीं सपना ने अपनी लाइफ का एक ऐसा किस्सा भी सुनाया जिससे हर एक लड़की गुजरती है और शायद उस पर बोलने की जगह चुप रहना ज्यादा बेहतर समझती है।
शराबी ने बस में किया परेशान
सपना ने अपने लाइफ के उस किस्से को शेयर करते हुए बताया , 'मैं अपनी मां के साथ जींद से शो करके वापस लौट रही थी। बस पूरी तरह खाली थी और मैं एक सीट पर जाकर सो गई। लेकिन इस बीच एक शराबी टॉफियां खाकर मेरे ऊपर फेंक रहा था। काफी देर तक वह ऐसा करता रहा। जिससे मैं परेशान होकर उठ गई।'
मां को इस वजह से नहीं बताया
वहीं सपना ने भी वही किया जिसका डर हर एक लड़की को होता है। दरअसल सपना ने इसके बारे में अपना मां को नहीं बताया इसका कारण था कि अगर वो उन्हें बताती तो वह डर जाती और उन्हें इस लाइन को छोड़ने के लिए कहती।
मजबूरी में पकड़ी यह लाइन
वहीं सपना ने अपने इंटरव्यू में यह भी बताया कि उन्होंने इस लाइन को मजबूरी के कारण चुना था। क्योंकि घर के आर्थिक हालत इतने ठीक नहीं थे। अगर उनके पिता आज जिंदा होते तो वह आईएएस बनने के लिए ट्राई करती।
हर लड़की करती है यह गलती
जिस पड़ाव से सपना गुजरी है उसी पड़ाव से हर लड़की को गुजरना पड़ता है। लेकिन लड़कियां चुप कर जाती हैं ताकि घर वालें उन्हें कहीं बाहर जाने से न रोक लें। क्योंकि अक्सर समाज में लड़कियों की सुरक्षा को देखते हुए बहुत कम माता पिता होते हैं जो अपनी बेटी को बाहर भेजते हैं। लेकिन आपको क्या लगता है कि ऐसी स्थिती में क्या लड़की को चुप कर जाना चाहिए या फिर आवाज उठानी चाहिए। अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए।