गेंहू की रोटियां डाइट का अहम हिस्सा मानी जाती हैं। इसके बिना तो खाना अधूरा माना जाता है। मगर कुछ लोगों को गेंहू से एलर्जी होती है। गेंहू से एलर्जी को सिलिएक बीमारी कहते हैं। इस बीमारी के कारण पाचन तंत्र ग्लूटेन प्रोटीन को नहीं पचा पाता। कई बार तो कुछ लोगों को पूरी उम्र नहीं पता चल पाता कि उन्हें यह बीमारी है। ऐसे में आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि व्हीट एलर्जी होने पर शरीर में क्या-क्या लक्षण दिखते हैं और आप इस दौरान क्या खा सकते हैं और क्या नहीं। आइए जानते हैं।
क्यों होती है गेंहू के आटे से एलर्जी?
गेंहू में पाए जाने वाले ग्लोबुलिन, ग्लिएडिन, एल्बुमिन और प्रोटीन के कारण लोगों को एलर्जी हो सकती है। 90 प्रतिशत मामलों में यह एलर्जी जेनेटिक होती है लेकिन कई बार परिवार में किसी सदस्य को हुए बिना भी यह समस्या हो सकती है। कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां जैसे टाइप 1 डायबिटीज, स्किन प्रॉब्लम्स, ब्रेन से जुड़ी बीमारियों के कारण भी यह एलर्जी हो सकती है।
लक्षण
गेंहू की एलर्जी जिस व्यक्ति को हो उसके शरीर में कुछ लक्षण दिख सकते हैं जैसे
. बार-बार पेट में दर्द
. वजन न बढ़ पाना
. लंबे समय तक दस्त रहना
. बार-बार उल्टियां होना
. पेट का फूलना
. हीमोग्लोबिन की कमी
. जल्दी थकना
. कमजोरी रहना
. दवाई का असर ना हो पाना
क्या खाएं क्या नहीं?
गेंहू से एलर्जी होने पर सफेद ब्रेड, ग्लूटेन ब्रेड, डोनट्स, मफिन्स, फ्रेंच टोस्ट, पैनकेक्स, पकौड़े, स्टफिंग ब्रेड, बिस्कुट, कॉर्नब्रेड, आलू और सोयाबीन ब्रेड से परहेज करें।
. राइस वेफर्स, शुद्ध मक्का, चावल, जौ, आलू, कार्नमील, कॉर्नस्टार्च, सोयाबीन का आटा, जौ का आटा, जई का आटा, चावल का आटा, दलिया और शुद्ध मक्का, जई या चावल से बने अन्य अनाज आप खा सकते हैं।
. पेस्ट्री, केक, आइसक्रीम, शर्बत, कुकीज और अन्य पैकेज्ड डेजर्ट न खाएं क्योंकि इनमें गेंहू का आटा मिला होता है। इसके अलावा गेंहू और उससे बने उत्पादों के बिना कस्टर्ड, कुकीज और अन्य डेजर्ट आप खा सकते हैं।
. पेय पदार्थों में बीयर, रुट बीयर न पिएं। चाय, फलों का रस, दूध और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स आप पी सकते हैं।
. आटा, नूडल्स, मैकरोनी या पास्ता न खाएं।
. अंडे के उत्पाद, मक्खन, फल, मीट और मछलियां, दूध, छाछ, दही, पनीर, कॉर्न सूप, शहद, जैम, जेली मसालों, जमेवे, पॉपकॉर्न, अचार और मूंगफली का मक्खन आप खा सकते हैं।