मानसून का मौसम शुरू हो गया है। चूंकि बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है इसलिए वो बार-बार सर्दी-जुकाम की पकड़ में आ जाते हैं। वहीं, नवजात शिशुओं (0 से 6 महीने) की इम्यूनिटी तो विकसित नहीं हुई होती है इसलिए उन्हें जल्दी सर्दी-जुकाम हो जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ के अनुसार, बच्चें साल में 6 से 10 बार सर्दी-जुकाम के लपेटे में आ जाते हैं, जिसका कारण मौसम में बदलाव, वायरस, फ्लू या बढ़ता प्रदूषण हो सकता है। हालांकि इससे घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि आप कुछ घरेलू नुस्खों से बच्चों में खांसी को छूमंतर कर सकते हैं।
1 महीने के बच्चे को सर्दी हो जाए तो क्या करें?
. नवजात के कमरे में वेपोराइजर या फेशियल स्टीमर से भाप फैलाए।
. 6 महीने के शिशु को पानी उबालकर गुनगुना करके पिलाएं।
. शिशु को मौसम अनुसार कपड़े पहनाएं और शरीर को गर्म रखें।
. बरसाती मौसम में डेंगू के मच्छर का डर रहता है इसलिए उन्हें हमेशा मच्छदानी में रखें।
. गुनगुने तेल से मालिश करना ना भूलें। इससे उन्हें गर्माहट मिलेगी और सर्दी-खांसी दूर होगी।
अगर बच्चा बड़ा है और बार-बार सर्दी खांसी के घेरे में आ जाता है तो उनके लिए आप यह उपाय कर सकते हैं।
नमक के पानी के गरारे
बच्चे को नमक वाले पानी से गरारे करवाएं। उन्हें दिन में 2-3 बार ऐसा करने के लिए कहें।
सरसों का तेल
1 चम्मच सरसों तेल में 1 लहसुन की कली, लौंग, चुटकीभर अजवाइन डालकर गर्म करें। अब मिश्रण को छन्नी से छानकर गुनगुना कर लें। इससे बच्चे की छाती व पीठ की मालिश करें।
शहद
रात को सोने से पहले बच्चे को गुनगुने पानी के साथ 1/2 चम्मच शहद दें। एंटीऑक्सीडेंट शहद सर्दी-खांसी, गले में इंफेक्शन को दूर करने में मदद करेगा।
गुड़ -जीरा
एक गिलास पानी में गुड़, काली मिर्च और जीरा डालकर उबालें। इसे गुनगुना करके बच्चे को दिन में 2 बार पिलाएं। इससे भी सर्दी-जुकाम व खांसी से आराम मिलता है।
हल्दी वाला दूध पिलाए
रात को सोते समय 1 गिलास दूध में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर बच्चों को पिलाएं। इससे सर्दी-खांसी भी दूर होगी और इम्यूनिटी भी बढ़ेगी।