शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम, पोटेशियम, प्रोटीन, विटामिन्स व मिनरल्स के अलावा फोलिक एसिड और फोलेट की भी जरूरत होती है। कुछ लोगों को लगता है कि फोलिक एसिड (Folic acid) और फोलेट (Folate) एक ही है जबकि ऐसा नहीं है। दोनों ही विटामिन B9 के प्रकार हैं लेकिन फिर भी एक-दूसरे से अलग क्यों है? आज हम आपको यही बताएंगे कि दोनों में क्या फर्क है और शरीर के दोनों कैसे फायदेमंद है।
सबसे पहले बात करते हैं विटामिन बी9 की...
विटामिन बी9 शरीर में कोशिकाओं की ग्रोथ और डीएनए (DNA) के फाउंडेशन में अहम भूमिका निभाता है। शरीर में इसकी कमी होने पर होमोसिस्टीन लेवल बढ़ जाता है, जिससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, बर्थ एब्नॉर्मलटीज, न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स, कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को इनके बारे में जानकारी होती है क्योंकि यह गर्भवती महिलाओं तो दिया जाता है, ताकि न्यूरल ट्यूब डेवलपमेंट सही तरीके से हो। साथ ही यह रेड ब्लड सेल फॉर्मेशन में मदद करता है, जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी है।
फोलेट व फोलिक एसिड में क्या है फर्क?
1. फोलेट विटामिन बी9 से नैचुरल रूप से लिया जाता है जबकि फोलिक एसिड इसका सिंथेटिक फॉर्म है।
2. पत्तेदार सब्जियां फोलेट का बेस्ट डायट्री सोर्स हैं लेकिन फोलिक एसिड को सप्लिमेंट्स में इस्तेमाल किया जाता है। फोलिक एसिड प्रोसेस्ड फूड जैसे- आटा, पास्ता, चावल और ब्रेकफास्ट सीरियल्स में मिलता है।
3. ब्लडस्ट्रीम में प्रवेश करने से पहले डायजेस्टिव सिस्टम फोलेट को बायोलॉजिकल एक्टिव फॉर्म विटामिन बी9 5-MTHF में बदल देता है। मगर, डायजेस्टिव सिस्टम कंज्यूम किए गए पूरे फोलिक एसिड को बी9 5-MTHF में नहीं परिवर्तित कर पाता बल्कि यह लिवर और दूसरे टिशूज में परिवर्तित किया जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए क्या ज्यादा जरूरी?
सेंटर्स ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, गर्भवती महिलाओं के लिए दोनों ही बहुत जरूरी है। क्योंकि इससे न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से बचाव होता है। वहीं, शरीर में इनकी कमी एनीमिया का कारण बन सकती है, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सही नहीं है।
फोलेट व फोलिक एसिड की कमी के लक्षण
. बेवजह थकान
. शरीर में एनर्जी की कमी
. हाथ-पैर, तलवों और पंजों में झनझनाहट
. मुंह में छाले पड़ना
. धुंधलापन
. याद्दाश्त कमजोर होना
फोलिक एसिड और फोलेट के लिए क्या खाएं?
हालांकि डॉक्टर्स गर्भवती महिलाों को फोलेट के बजाए फोलिक एसिड लेने की सलाह देते हैं क्योंकि भोजन पकाते वक्त फोलेट उड़ जाता है जबकि फोलिक एसिड अधिक स्टेबल है।
-फोलिक एसिड के लिए आप डाइट में फोर्टिफाइड पास्ता, चावल, मक्के का आटा, फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल्स, फोर्टिफाइड ब्रेड का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा विटामिन सप्लिमेंट्स में भी 400 से 1000 माइक्रोग्राम्स फोलिक एसिड होता है।
-वहीं, गर्भवती महिलाओं को रोजाना 600एमसीजी फोलेट लेने की सलाह दी जाती है, जिसके लिए आप बीफ लिवर, पालक, मटर, लोबिया, फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल, शतावरी, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, फल , सूखे मेवे, अंडा, डेयरी प्रोडक्ट्स, संतरे का रस ले सकती हैं।