सर्दियों के मौसम में ठंड लगता तो लाजमी है लेकिन कुछ लोगों को जरूरत से ज्यादा ही सर्दी लगती है। हालांकि लोग इसे सर्दी का असर समझकर इग्नोर कर देते हैं लेकिन यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। मेडिकल भाषा में इसे कोल्ड इनटॉलरेंस कहा जाता है, जिसका कारण शरीर में खून की कमी, थॉयराइड या कोई अन्य बीमारी हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को यह समस्य अधिक रहती हैं।
महिलाओं को क्यों होती है अधिक समस्या?
महिलाओं को अधिक सर्दी इसलिए लगती है क्योंकि उनका मेटाबॉलिक रेट पुरुषों के मुकाबले कम होता है। वहीं, महिलाएं डाइट को लेकर भी लापरवाह होती है, जिसकी वजह से उनके शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
इन बीमारियों का संकेत अधिक सर्दी लगना
हाइपोथायराइड
हद से ज्यादा सर्दी लगना हाइपोथायराइड का संकेत भी हो सकता है। दरअसल, इसके कारण थायराइड ग्लैंड थायरॉक्सिन हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता , जिसकी वजह से शारीरिक कार्य प्रणाली पर असर पड़ता है और ज्यादा सर्दी भी लगती है। ज्यादा सर्दी के साथ अगर थकान, मोटापा, तनाव, त्वचा में रूखापन और कमजोर याददाश्त जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत चेकअप करवाएं।
डायबिटीज
डायबिटीज के कारण सिर्फ किडनी ही नहीं बल्कि ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है। इसी वजह से शुगर के मरीजों को ज्यादा ठंड महसूस होती है। साथ ही अधिक भूख-प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान और धुंधलापन भी डायबिटीज होने का संकेत है।
शरीर में खून की कमी
शरीर में आयरन या खून की कमी की वजह से लाल रक्त सेल्स कम हो जाते हैं। इसके कारण कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या झेलनी पड़ती है। शरीर में खून की कमी पूरी करने के लिए अपनी डाइट में हरी सब्जियां, दूध, नट्स, चुकंदर, गाजर, मौसमी फल आदि शामिल करें।
विटामिन बी12 की कमी
अक्सर महिलाएं घर की जिम्मेदारियों के चलते अपनी डाइट पर ध्यान नहीं देती, जिसके कारण उनके शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है। इसके कारण ना सिर्फ ज्यादा सर्दी लगती है बल्कि थकान, दस्त, भूख ना लगना, कब्ज या सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
मेटाबॉलिज्म धीमा होना
बढ़ती उम्र, खराब डाइट या अन्य किसी कारण से मेटाबॉलिज्म धीमी हो जाए तो शरीर हीट पैदा करने की क्षमता खो देता है, जिसकी वजह से हद से ज्यादा सर्दी लगती है।
नसों की कमजोरी
बहुत ज्यादा ठंड लगना नसों की कमजोरी का संकेत भी हो सकता है। साथ ही कमजोर याद्दाश्त, थकान, चक्कर आना, घुंघलापन, सूंघने या स्वाद लेने की शक्ति भी कमजोर होने लगती है। ऐसे में आप विटामिन, मैग्नीशियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड फूड्स अधिक खाएं।
शरीर को नेचुरली गर्म रखने के लिए क्या करें?
1. शरीर को नेचुरली गर्म रखने के लिए सुखे मेवे, नॉनवेज, गुड़, सूप, सोंठ, स्प्राउट्स, अदरक, लहसुन. बादाम, दूध आदि लें। साथ ही सलाद, आइसक्रीम, दही और ठंडी तासीर वाली चीजों से परहेज रखें।
2. भरपूर पानी पीएं और सर्दियों में जितना हो सके गुनगुना पानी, हर्बल चाय का सेवन करें।
3. डाइट में फाइबर फूड्स अधिक लें क्योंकि यह पचाने में आसान होने के साथ शरीर को ऊर्जा भी देता है। साथ ही इससे मेटाबॉलिज्म भी सही रहता है।
4. सर्दियों में गुनगुने तिल, अश्वगंधा या सरसों के तेल से मालिश करें। रात को पैरों की मसाज जरूर करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहेगा, जिससे आपको सर्दी नहीं लगेगी।
5. जितना हो सके एक्सरसाइज व योग करें क्योंकि इससे शरीर में गर्मी पैदा होगी और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा।
6. सर्दियों में नहाते समय पानी में आलू या प्याज का रस डाल लें। इसससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होगा।
इसके साथ ही नियमित डॉक्टर से चेकअप करवाएं, ताकि समय रहते किसी भी समस्या को बढ़ने से रोका जा सके।