हिंदू धर्म में रोशनी के त्योहार दिवाली का खास महत्व है। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। वहीं इस साल ये पावन त्योहार 12 नवंबर को मनाया जाएगा। दिवाली से पहले जहां लोग घर की साफ- सफाई करते हैं, वहीं दिवाली वाले दिन लोग मां लक्ष्मी- भगवान गणेश की पूजा करते हैं और सुख- समृद्धि की कामना करते हैं। अगर आप चाहते हैं कि दिवाली वाले दिन मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर आप पर कृपा बरसाए तो ये वास्तु नियम जरूर करें....
दिवाली से पहले जरूर फॉलो करें ये वास्तु नियम
करें घर की सफाई
दिवाली आने से पहले ही अपने घर की साफ-सफाई शुरू कर दें। घर के कोने- कोने को अच्छी तरह से साफ करें। घर के हर सामान को अपनी जगह पर रखें। कहते हैं जिस घर में गंदगी होती है वहां मां लक्ष्मी कदम नहीं रखती हैं।
टूटी चीजों को करें घर से बाहर
घर से सारा कूड़ा- कबाड़ हटा दें। अगर कोई भी टूटी- फूटी और ज्यादा पुरानी चीजें मौजूद हो, तो उसे दिवाली से पहले घर से बाहर निकाल दें।
मंदिर की साफ- सफाई
मंदिर की साफ- सफाई भी जरूरी है। क्लीनिंग के बाद घर में गंगाजल छिड़कना न भूलें। वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से दिवाली में पूजाघर की लाल, हरे, गुलाबी, नारंगी और पीले रंगों से सजावट करनी चाहिए और दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के पद चिन्ह और स्वास्तिक का निशान जरूर बनाएं।
बंद घड़ियों को फेंक दें
घर में अगर कोऊ पुरानी या बंद घड़ी हो तो उसे दिवाली से पहले जरूर हटा दें। वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से घर में रखी खराब या बंद घड़ी परिवार के सदस्यों की तरक्की राह में बाधाएं लाती हैं।
खिड़की- दरवाजों की भी करवा लें मरम्मत
सफाई के साथ- साथ भी खिड़की- दरवाजों से अच्छे से मरम्मत करवा लें, अगर उनसे आवाज आती हो तो।
टूटा बेड को करें घर से बाहर
वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से घर में टूटे बेड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे मैरि़ड लाइफ में प्रॉब्लम्स आती हैं और मन चिंतित रहता है। इसलिए दिवाली से पहले घर में टूटे हुए पलंग को बाहर निकाल दें।