उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में मंगलवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर के पास बड़ा हादसा हो गया। यहां दो मकानों के ढह जाने से एक महिला की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद आस- पास के लोग दहशत में आ गए हैं। सावन के महीने में मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ रहती है, ऐसे में यह हादसा चिंता का विषय है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह घटना चौक इलाके के खोया गली में हुई, जहां काशी विश्वनाथ मंदिर के पास बने दो पुराने मकान अचानक ढह गए और उनके मलबे में नौ लोग दब गए। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने इन सभी लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।बताया जा रहा है कि ये मकान कम से कम 70-80 साल पुराने थे। हालांकि, मकान की ऊपरी मंजिलें ढही हैं, जबकि निचली मंजिल सुरक्षित हैं।
वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा- “हादसे में घायल महिला कॉन्स्टेबल काशी विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात थी। उसे काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।” प्रभावित परिवार के सभी लोग कह रहे हैं कि उनके परिजनों को निकाला जा चुका है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर खोजी कुत्तों की मदद से तलाश अभियान चलाया जा रहा है और यह पता लगाया जा रहा है कि मलबे में कोई और व्यक्ति तो नहीं फंसा है।
यह मकान काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार 4ए को जाने वाली सिल्को गली वाले रास्ते के बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दुर्घटना काशी विश्वनाथ मंदिर के यलो जोन में नहीं हुई है। दरअसल हाल ही में वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद लोगों में ऐसे हादसों को लेकर एक डर और चिंता का माहौल है।