भारत के इतिहास के सबसे अहम दिनों में से एक है गणतंत्र दिवस। इस दिन देश का संविधान लागू हुआ था और आजादी के बाद भारत एक लोकतांत्रिक देश बन गया था। इस दिन को देश में किसी त्योहार की तरह मनाया जाता है। स्कूल और ऑफिस में इस दिन झंडा फहराया जाता है। इस मौके पर स्कूलों में देशभक्ति से जुड़े कई सारे रंगारंग कार्यक्रम भी होते हैं, जिसमें छात्र- छात्राएं बहुत ही उत्साह के साथ भाग लेते हैं। ऐसे कार्यक्रमों के भाग लेकर बच्चों को देश के इतिहास के बारे में काफी कुछ पता भी चलता है। कल के दिन भी कई सारे स्कूलों में गणतंत्र दिवस के मौके पर कार्यक्रम होंगे। अगर आप बच्चा भी स्कूल के किसी आयोजन में भाग ले रहे हैं तो पैरेंट्स की जिम्मेदारी बनाती है कि वो बच्चे की अच्छे से तैयारी करवाएं। बच्चों अकसर सबके सामने स्टेज पर परफॉर्म करने से पहले काफी nervous होते हैं। पैरेंट्स ऐसे उनकी हौसला अफजाई कर सकते हैं...
बच्चे की क्षमता को समझें
जरूरी है कि पैरेंट्स सबसे पहले अपनी बच्चे की क्षमता समझे और उसी के हिसाब से प्रस्तुति करवाएं। अगर आपका बच्चा डांस अच्छा करता है, गाना अच्छा गाता है, या एक्टिंग अच्छी करता है तो उसकी काबिलियत को पहचानें। बच्चे के हुनर को पॉलिश करेंगे तो वो confidence के साथ बेहतर परफॉर्म कर पाएगा। साथ ही बच्चे से भी राय लें कि वो क्या करना चाहता है, ताकि वो भी अपनी परफॉर्मेस को एंजॉय कर पाए।
दबाव न डालें
अकसर पैरेंट्स अच्छी परफॉर्मेस के चक्कर में अपने बच्चे पर प्रैक्टिस के समय बहुत दबाव डालते हैं। अपनी महत्वकांक्षाओं को बोझ बच्चे पर बिल्कुल भी न डालें, बल्कि बच्चे को प्रोत्साह्त करें। खेल- खेल में मस्ती करते हुए तैयारी करवाएं, ताकि वो डर या हड़बड़ी में कोई गलती न करे।
प्रैक्टिस है जरूरी
बच्चा स्कूल में अच्छी परफॉर्मेस तब दे पाएगा जब वो पूरी तरह से निश्चित हो कि उसे पूरा प्रोग्राम याद है। इसके लिए प्रैक्टिस जरूरी है। बच्चे को अकेले प्रैक्टिस करने का भी समय दें। उनकी परफॉर्मेंस को रिकॉर्ड करके उन्हें दिखाएं, ताकि वो अपनी कमियों को खुद समझे और अगली बार वो गलतियां न दिखाएं।
ना भूलें करना तारीफ
Confidence की कमी तब होती है, जब बच्चे को लगता है कि वो गलत परफॉर्मेंस दे रहा है। उसका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जरूरी है कि बच्चे की तारीफ करें। तारीफ मिलने पर वो और ज्यादा अच्छे से परफॉर्म करेगा। बच्चे की गलतियां निकालने के बचाए, उन्हें प्यार से समझाएं और तारीफ भी करें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा।