पहले के समय में अक्सर महिलाएं बर्तन या किसी भी चीज की खरीद दारी करने के लिए एक साथ होकर जाया करती थी ताकि वह असली और नकली में पहचान कर सकें। सुनार की दुकान हो या सोना चांदी के बर्तन की महिलाएं एक ग्रूप में ही जाती है। इसके अलावा साथ में चीजें खरीदने का एक यह फायदा था कि जिन चीजों को खरीदने की समझ नहीं होती थी वह उसे भी ग्रूप में एक साथ आसानी से खरीद लेती थी। परंतु आज के समय में किसी के पास इतना समय नहीं होता कि वह किसी के साथ शॉपिंग करने जाएं। इसी कारण कई बार आजकल की युवा महिलाएं अक्सर ज्यादा पैसों के साथ नकली चीजें ले आती हैं। खासकर जब चांदी के बर्तन खरीदने हो तो महिलाओं को यह समझ नहीं आता कि वह कैसे खरीदें। आज आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं जिनके जरिए आप नकली और असली बर्तनों में पहचान कर पाएंगे। आइए जानते हैं इनके बारे में....
बर्तन का देखें ब्रांड
बर्तन खरीदने से पहले इसका ब्रांड एक बार जरुर देखें। प्रेस्टीज, हॉकिन्स और पीजन जैसे अच्छे ब्रांड्स के बर्तन आप आसानी से खरीद सकते हैं। यह खराब भी जल्दी नहीं होते और इनकी शेल्फ लाइफ भी ज्यादा होती है।
देखें वजन
बर्तनों का वजन भी एक बार जरुर दें। यदि आप हल्के बर्तन खरीदते हैं तो यह जल्दी टूट सकते हैं और इनमें छेद भी होने लगते हैं। ऐसे में हल्के वजन वाला बर्तन ना ही खरीदें। भारी बर्तन टिकाऊ भी होगा और यह जल्दी खराब भी नहीं हो पाएगा।
न खरीदें मिलावटी बर्तन
मिलावटी बर्तन का अर्थ है जैसे कि आजकल स्टील और तांबे के बर्तनों में लोहा और प्लास्टिक मिला होता है। ऐसे में इन्हें खरीदने से पहले थोड़ा ध्यान रखें। इस तरह के बर्तन कुछ दिन इस्तेमाल करने के बाद ही रंग बदलने लगते हैं। पानी पड़ने के कारण इनका रंग भी खराब होने लगता है। इसके अलावा इनमें जंग भी बहुत जल्दी लगती है।
तला हो मोटा
इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि बर्तन का तला मोटा होना चाहिए। पतले तले वाले बर्तन गैस पर जैसे रखे जाएं तो तेज सेक से यह खराब होने लगते हैं। इसके अलावा कई बार यह टूट भी सकता है। ऐसे में हमेशा बर्तन का तला देखकर ही इसे खरीदें।