मां और बेटी का रिश्ता दुनिया सबसे अहम व करीबी होता है। मां ना सिर्फ अपनी बेटी की पहली गुरू होती है बल्कि वह एक अच्छी दोस्ती भी होती है। ऐसी ही एक मां-बेटी की जोड़ी है, सुधा और उनकी बेटी नेहा चंद्रनारायण की, जिनकी कला देश-विदेश के कोने-कोने में प्रसिद्ध हो रही है।
विदेशों में भी बढ़ी डिमांड
चेन्नई में रहने वाली इस मां-बेटी की जोड़ी खूब चर्चा में है, जिसकी कारण है उनका क्ले आर्ट। उनके इको फ्रेंडली क्ले आर्ट के नमूनों लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि सिंगापुर, मलेशिया, और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसी बड़ी विदेशी कंट्री में उनको आर्ट की डिमांड काफी बढ़ गई है।
बना चुकी हैं 100 से अधिक फूड मिनिएचर
लोग उनके द्वारा तैयार किए गए नमूनों को अपने घर का हिस्सा बनाना चाहते हैं। वह अब तक 100 से अधिक फूड मिनिएचर (Food Miniature) क्ले आर्ट बना चुकी हैं। सांबर, डोसा, नारियल की चटनी और इडली जैसे क्ले आर्ट के डिजाइन्स देखने में है भी काफी खूबसूरत।
देखने में बिल्कुल असली लगते हैं नमूनें
सुधा और नेहा के डिजाइन्स देखने में इतने असली लगती है कि हर कोई पहली बार में धोखा खा जाता है। 3 से लेकर 11 से.मी. वाले इन मिनिएचर को आकार देने से लेकर कलरिंग तक का काम बेहद बारीकी से हुआ है। यही वजह है कि लोगों को इनकी कला खूब भा रही है।
ऐसे आया क्ले आर्ट बिजनेस का आइडिया
दरअसल, नेहा के 18वें जन्मदिन पर उनकी मां सुधा ने उन्हें मिट्टी का डोसा गिफ्ट किया था। जब नेहा ने उसे अपने दोस्तों को दिखाया तो हर किसी को वो बहुत पसंद आया। यही नहीं, नेहा अपने दोस्तों को भी मैगी, वड़ा पाव, पाव भाजी और पानी पुरी जैसे कई मिनिएचर डिजाइन्स करवा कर दिए। जब उनका आर्ट एक घर से दूसरे घर पहुंचा तो उन्हें इसका बिजनेस करने का आइडिया। फिर क्या सुधा व उनकी बेटी ने CN Arts Miniatures की शुरुआत कर दी। इसके बाद पहले देश और फिर विदेश में उनकी कला की डिमांड बढ़ती गई। अब लोग उनसे मिनिएचर खरीदने की बजाए ऑनलाइन ऑर्डर भी कर रहे हैं।
मां-बेटी की यह जोड़ी हर किसी के लिए मिसाल है। इन्होंने साबित कर दिया कि अगर हम चाहें तो अपनी कला को किसी भी शिखर तक पहुंचा सकते हैं, फिर वो काम चाहे कितनी भी छोटा-बड़ा क्यों ना हो।