आज के समय में कैंसर एक गंभीर समस्या बन चुका है, जो लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। वैश्विक स्तर पर भी इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो 2050 तक दुनिया भर में कैंसर के मरीजों की संख्या 77 प्रतिशत तक हो जाएगी। अनहेल्दी लाइफस्टाइल ही नहीं बल्कि रुटीन में इस्तेमाल होने वाली डेली रुटीन में इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजें भी कैंसर का कारण बन सकती हैं जैसे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स, किचन की चीजें आदि। स्टडी की मानें तो रुटीन में इस्तेमाल होने वाली चीजों में कार्सिनोजोन पाया जाता है जो कैंसर का खतर बढ़ा सकता है। तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए ऐसी ही चीजों के बारे में बताते हैं जो कैंसर को जन्म देती हैं। आइए जानते हैं।
कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स
फेसक्रीम और मेकअप प्रोडक्ट्स में कुछ ऐसे कैमिकल्स मौजूद होते हैं जो स्किन कैंसर का कारण बनते हैं। फेस क्रीम , कैरेटीन, नेल पॉलिश, आईशैडो, मस्कारा और नेल रिमूवर जैसी चीजों में फार्मल्डिहाइड (Formaldehyde) पाया जाता है। फार्मल्डिहाइड एक ऐसा कैमिकल है जो बहुत ही जहरीला होता है। ज्यादा देर तक यदि यह स्किन में रहे तो आंखों में जलन, गला खराब और श्वसन प्रणाली में दिक्कतें हो सकती हैं।
किचन में रखी चीजें
आपकी रसोई में मौजूद कुछ चीजें भी कैंसर का कारण बन सकती हैं जैसे एल्युमिनियम पेपर, नॉन स्टिकी पैन्स में कुछ ऐसे कैमिकल मौजूद होते हैं जो कैंसर पैदा कर सकते हैं। नॉन स्टिकी बर्तन को बनाने के लिए टेफलोन इस्तेमाल होता है। ऐसे में जब इन कुकिंग पैन्स में हम खाना बनाते हैं तो इसमें मौजूद प्रोटेक्टिव लेयर उतर जाती है और पीएफओए निकलता है। यह पीएफओए कैंसर का कारण बनता है। इन बर्तनों का इस्तेमाल करने के कारण ओवेरियन, टेस्टिकुलर और किडनी कैंसर का कारण बनती हैं। रिफाइंड में किसी चीज को फ्राई करने के दौरान ट्रांस फैट रिलीज होते हैं जो कि कैंसर को जन्म देते हैं।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल
इन चीजों के अलावा डेली रुटीन में खाने चीजें जैसे ऑयली फूड्स, ज्यादा मीठा, शराब, सिगरेट का सेवन करने के कारण मोटापे बढ़ता है। बढ़ता मोटापा भी भी कैंसर का कारण बन सकता है। छोटी उम्र में युवा इन सब चीजों का ज्यादा सेवन करने के कारण ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं।
कैसे करें बचाव?
किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से पहले उसकी एक्सपायरी चेक करें।
. अनहेल्दी चीजों का सेवन न करें।
. मोटापे पर नियंत्रण रखें।
. नॉनस्टिकी बर्तन में खाना बनाने से परहेज करें।
. रिफाइंड की जगह घी या तेल इस्तेमाल करें।