व्यस्त लाइफस्टाइल के कारण माता-पिता अपने बच्चों को बिल्कुल भी समय नहीं दे पाते। पेरेंट्स का पर्याप्त समय न मिल पाने के कारण बच्चे चिड़चिड़े और गुस्सैल स्वभाव के हो जाते हैं। इसके अलावा इस बात का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। खासकर यदि आपके घर में दो बच्चे हैं तो उनमें जलन की भावना भी पैदा हो सकती है। बच्चे इस तरह से सबसे अलग और अकेला महसूस करने लगते हैं। आज आपको ऐसे 5 लक्षण बताते हैं जिनके जरिए आप पता कर सकते हैं कि आपके बच्चों को स्पेशल केयर की जरुरत है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
एकदम से शांत हो जाना
यदि आपके बच्चे बहुत ही ज्यादा बोलने वाले हैं और वह अचानक से शांत हो गए हैं तो यह भी अच्छा लक्षण नहीं है। इसका अर्थ है कि उन्हें तनाव हो गया है या फिर वह किसी मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। ऐसे में बच्चे मानसिक बीमारियों का शिकार हो सकती हैं। ऐसा लक्षण दिखने पर आप उन्हें बिल्कुल भी अकेला न छोड़ें हर समय बच्चे के साथ ही रहें। इससे वह अकेला महसूस नहीं करेंगे।
जिद्दी स्वभाव
जब माता-पिता बच्चों को पर्याप्त समय नहीं देते तो वह जिद्दी स्वभाव के भी होने लगते हैं। पेरेंट्स के बार-बार रोकने-टोकने पर भी बच्चे वही काम करने लगते हैं। जानबूझ कर बच्चे ऐसे काम कर सकते हैं ताकि वह माता-पिता का ध्यान आकर्षित कर सकें। इसके अलावा बच्चे शरारतें या फिर किसी खास चीज के लिए जिद्द करते हैं तो इसका अर्थ है कि उन्हें आपकी अटेंशन की जरुरत है।
बहुत ज्यादा रोना
अगर बच्चा छोटी सी ही बात पर रोना शुरु कर रहा है तो इसका अर्थ है कि वह आपका ध्यान खींचने के लिए यह सब प्रयास कर रहा है। माता-पिता का ध्यान पाने के लिए कई बार बच्चे ओवररिएक्ट करना भी शुरु कर देते हैं। जोर-जोर से रोना या फिर रोने की एक्टिंग करना इसी बात का संकेत हैं कि बच्चे आपकी अटेंशन लेना चाह रहे हैं।
पेरेंट्स के आस-पास रहने की कोशिश
यदि आपका बच्चा ज्यादा से ज्यादा समय आपके पास रहने की कोशिश कर रहा है तो इसका अर्थ है कि उसे आपके अटेंशन की जरुरत है। इसके अलावा यदि बच्चा आपका ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहा है या बहुत तेज-तेज तरीके से बात कर रहा है तो समझ जाएं कि वह आपके साथ रहना चाहता है। इसके अलावा यह संकेत यह बात भी जाहिर करता है कि आपका बच्चा मानसिक रुप से परेशान हो रहा है।
बातों में गलत शब्द इस्तेमाल करना
कई बार बच्चा माता-पिता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भी बातों ही बातों में गलत शब्द इस्तेमाल करने लगता है। उनके इस बर्ताव के जरिए बच्चे के गुस्सा भी साफ पता चलता है। यदि आपको उनके बात करने के तरीके में फर्क नजर आए तो समझ जाएं कि आपका बच्चा किसी बात से परेशान है और उसे आपके साथ की जरुरत है।