हर महिला की चाहत होती है कि उनको स्किन ग्लो करे और उसमें एक भी दाग ना हो। इसके लिए महिलाएं तरह-तरह के महंगे प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करती हैं। लेकिन हमारी लाइफस्टाइल ही कुछ ऐसी हो गई है की त्वचा पर एलर्जी, जलन, irritation होना आम बात हो गया है। इससे हमारी त्वचा बहुत ही अहेल्दी बन जाती है। वहीं आजकल ही लाइफस्टाइल के चलते कुछ तो ऐसे स्किन conditions भी हैं जिस जितना भी कोशिश कर लो ठीक नहीं किया जा सकता। ज्यादा से ज्यादा आप इसे बस कंट्रोल करने की कोशिश कर सकती हैं। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में....
एक्जिमा
ये एक ऐसी condition है जिसमें स्किन में खुजली और सूजन हो जाती है। इसका कारण होता है फूड एलर्जी, प्रदूषण और स्ट्रेस। वैसे तो इसे एंटीबायोटिक्स की मदद से कंट्रोल में रखा जा सकता है, लेकिन दवाओं से बेहतर है आप इसके लिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करें।
नारियल का तेल: तेल सीधे त्वचा में डूब जाता है और खुली हुई कोशिकाओं के बीच की जगह को भर देता है।ये त्वचा को सूखने और ज्यादा जलन होने से रोकता है।
भीगे हुए ओट्स: ओट्स के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को दूर करने में मदद करते हैं।
शहद: शहद के एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को हील करते हैं।
सोरायसिस
सोरायसिस त्वचा पर सूजन और लाल धब्बे का कारण बनती है। इस स्थिति की गंभीरता केवल उचित चिकित्सा निदान के माध्यम से तय की जा सकती है।
टी ट्री ऑयल: यह रूखी और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाकर त्वचा की समस्याओं और संक्रमण के इलाज में सहायक है।
हल्दी: यह सोरायसिस के लक्षणों से राहत दिलाने के लिए जानी जाती है।
डेड सी सॉल्ट : नहाने के पानी में एक चौथाई कप डेड सी सॉल्ट खुजली और जलन को कम करने में मदद कर सकता है। मिश्रण को धोने से पहले 15 मिनट के लिए पानी में भिगो दें।
मुंहासा
जीवन में कम से कम एक बार मुंहासे तो सब को झेलने पड़ते है, खासकर के teenage years में। मुंहासे blocked hair follicles या हार्मोनल असंतुलन के कारण होते हैं। ये शरीर के किसी भी हिस्सा में हो सकते हैं और अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो आगे फैल भी सकते हैं। skin experts कुछ प्रभावी क्रीम सुझाते हैं, जिससे एक्ने कंट्रोल करने में मदद मिलती है:
पपीता: ये डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करता है। पपीते के पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए लगा रहने दें। इसे धीरे-धीरे गुनगुने पानी से धो लें।
संतरे के छिलके का पेस्ट: संतरे में विटामिन सी नई स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। संक्रमित क्षेत्रों पर संतरे के छिलके का पेस्ट लगाएं और इसे धोने से पहले 20-25 मिनट के लिए लगा रहने दें।
टी ट्री ऑयल: ये डेड स्किन सेल्स को खत्म करता है।
केले का छिलका: इसमें ल्यूटिन होता है, एक एंटीऑक्सीडेंट जो सूजन और सूजन को कम करने में मदद करता है। स्किन में redness को कम करने के लिए केले के छिलके को मुंहासों पर रगड़ें।
स्ट्रेच मार्क्स
स्ट्रेच मार्क्स तब दिखाई देते हैं जब स्किन के नीचे के मोटा टिशू आ जाए, इसे डर्मिस कहते हैं। शारीरिक बनावट में बदलाव के चलते स्किन में ये मार्क्स आते हैं। इसे पूरी तरह से हटाया तो नहीं जा सकता है। कॉस्मेटिक फ्रैक्शनेटेड लेजर जैसे उपचार विकल्प आपके बैंक से पैसों का साफया कर देंगे। इसके बजाय, इन DIY उपायों को आजमाएं:
अरंडी का तेल: स्ट्रेच मार्क्स पर तेल लगाएं, धीरे-धीरे 5-10 मिनट के लिए मालिश करें। फिर त्वचा के हिस्से को एक पतले, सूती कपड़े से लपेटें। कुछ मिनटों के लिए संक्रमित क्षेत्र पर हीटिंग पैड का प्रयोग करें। इससे निशान कम होंगे।
अंडे की सफेदी: अंडे की सफेदी की एक मोटी परत ब्रश से लगाएं और इसे सूखने दें। पानी से धोएं और हाइड्रेशन को स्किन में लॉक करने के लिए कोई तेल लगाएं।
चीनी: यह एक्सफोलिएटर के रूप में काम करता है और स्ट्रेच मार्क्स को कम करता है। बादाम के तेल और नींबू के रस में चीनी मिलाएं, नरम हाथों से कुछ मिनटों के लिए त्वचा पर रगड़ें, और धो लें।
अंडर-आई बैग
आंखों के नीचे बैग तनाव का संकेत है और इससे आप थके हुए दिखते हैं, चाहे आप कितनी भी अच्छी तरह से सोए हों। वे निचली पलकों में वसा के फलाव के कारण होते हैं और उम्र के साथ बढ़ सकते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि, आई बैग्स को पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता है। जबकि कॉस्मेटिक आई मास्क प्रभाव को कम कर सकते हैं, सूजन गायब नहीं होगी। ऐसे करें इसका उपचार:
पर्याप्त नींद लें।
सोते समय सिर को ऊंचा रखें।
नमक, शराब और कैफीन का सेवन कम करें।
ठंडे टी बैग, अंडे की सफेदी और कच्चे आलू के स्लाइस लगाएं।