शरीर के बाकी अंगों की तरह किडनी यानि गुर्दों की भी अहम भूमिका है। ये कहा जा सकता है कि किडनी खराब तो जिंदगी बेकार क्योंकि इसके बिना व्यक्ति ज्यादा देर तक हैल्दी नहीं रह पाता। किडनी की बीमारी को साइलेंट किलर भी माना जाता है क्योंकि ज्यादातर लोगों को समस्या का पता तब चलता है जब बहुत देर हो चुकी होती है। भारत की बात करें तो क्रोनिक किडनी रोग आठवां प्रमुख कारण है जिसकी वजह से लोग अपनी जान गंवा देते हैं।
ऐसा नहीं है कि किडनी खराब होने से पहले शरीर संकेत नहीं देता बल्कि इन लक्षणों को अनदेखा कर दिया जाता है नतीजा बीमारी कंट्रोल से बाहर चली जाती है। जिन लोगों के पहले ही किडनी फेलियर की हिस्ट्री रही है, जिन्हें हाई ब्लड प्रैशर, डायबिटीज, मोटापा या कोरोनरी आर्टरी डिजीज है उन्हें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। 60 के बाद तो नियमित रुप से चेकअप करवाना चाहिए।
चलिए अब कुछ शुरूआती संकेत बता दें तो किडनी की खराबी से जुड़े होते हैं।
1. अगर टखनों, पैरों या एड़ियों में लगातार सूजन रहने लगती है। शरीर के अन्य अंगों में भी ये सूजन पड़ सकती है।
2. किडनी की समस्या होने पर एडिमा यानि आंखों के आस-पास भी सूजन आने लगती है और ऐसा कोशिकाओं में तरल पदार्थ के संचय की वजह से होता है। इसके अलावा शरीर में सूजन रहने से वजन बढ़ने भी लगता है।
3. हर समय कमजोरी महसूस होती है जल्दी थकान होने लगती है।
4. भूख कम लगती है और स्वाद भी बदल जाता है। सुबह के समय उल्टी आने का अहसास होता है।
5. यूरिन पास करने में दिक्कत किडनी खराब होने का सबसे जरूरी संकेत है तो सबसे पहले उसके यूरिन में ही बदलाव नजर आता है। रंग बदल जाता है, यूरिन कम या अधिक आता है, जलन होने लगती है, यूरिन के साथ खून या पस आना या यूरिन का रुक जाना, यूरिन में झाग आना या बार-बार आने का अहसास होना।
6. जब किडनी की समस्या होती है तो दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिससे व्यक्ति में चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी होने लगती है।
7. पेल्विक एरिया में तेज और हल्का दर्द हो सकता है हालांकि कुछ लोगों को यह दर्द अचानक से उठता है और बाद में लगातार बना रहता है। पेल्विक पेन में कमर के निचले हिस्से में दर्द रहता है।
8. त्वचा पर रेशेज और खुजली होने लगती है क्योंकि किडनी शरीर में कचरे यानि टॉक्सिंस को बाहर निकालने का काम करती हैं। जब ऐसा होता है तो स्किन पर भी इसका असर दिखता है।
9. एकदम से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है। मरीज का रंग पीला पड़ने लगता है और उसे ठंड भी लगने लगती है।
10. कुछ लोगों का ब्लड प्रैशर बढ़ने लगता है। अगर ऐसा 30 साल से कम के व्यक्ति को हो तो ये किडनी खराब होने के संकेत हो सकते हैं।
अब जानिए कि आपको किडनी को सेहतमंद कैसे रखना है।
1. सबसे पहले तो भरपूर पानी पीएं। कोशिश करें की गर्म पानी पीएं क्योंकि इससे किडनी शरीर से सोडियम, यूरिया और विषाक्त पदार्थों को बाहर कर देती है।
2. नमक कम खाएं। बाहर का और पैकेज्ड और ज्यादा मिर्च मसाले वाला-तला भोजन कम खाएं। मीठी चीजों से भी परहेज करें।
3. अपने वजन को कंट्रोल में रखें। कोलेस्ट्रॉल लेवल को चेक करवाते रहें।
4. फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा करें।
5. आप शुगर या रक्तचाप के मरीज है तो रैगुलर चेकअप जरूर करवाएं।
6. धूम्रपान बिलकुल ना करें।
7. हफ्ते में 5 दिन जॉगिंग, साइकलिंग, स्विमिंग आदि कोई फिजिकल एक्टिविटी से जुड़ा खेल खेलें। हल्की फुल्की एक्सरसाइज, योग और सैर जरूर करें।
8. 8 घंटे की नींद तो जरूर लें क्योंकि सेहतमंद रहने के लिए नींद बहुत जरूरी है।
तो ये थे किडनी इंफैक्शन से जुड़ी कुछ अहम संकेत और किडनी को स्वस्थ रखने का तरीका